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पाकिस्तानी अखबारों सेः कश्मीर के बारे में अनर्गल अफवाहें फैला कर बनाई जा रही है सनसनी

नई दिल्ली, 03 मार्च (हि.स.)। पाकिस्तान से बुधवार को प्रकाशित अधिकांश अखबारों ने आज के सीनेट चुनाव से संबंधित खबरें प्रकाशित की हैं। अखबारों ने पाकिस्तान में सीनेट चुनाव के दौरान सिंध असेंबली परिसर में सत्ताधारी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी (पीटीआई) के तीन नाराज सांसदों की पिटाई से संबंधित खबरें प्रकाशित की हैं। अखबारों ने लिखा है कि पीटीआई सदस्यों के जरिए अपनी ही पार्टी के तीन सदस्यों की पिटाई की गई है। इन सदस्यों पर विपक्षी दलों के साथ मिले होने का आरोप लगाया गया है। अखबारों ने पूर्व प्रधानमंत्री के पुत्र अली शाह गिलानी का एक वीडियो वायरल होने से संबंधित खबर भी प्रकाशित की है। इस वीडियो में बताया गया है कि किस तरह से सदस्य अपने मतों को बेकार कर सकते हैं। सत्ताधारी पीटीआई ने इस वीडियो को लेकर चुनाव आयोग से शिकायत की है और चुनाव आयोग ने भी इसका नोटिस लिया है। अखबारों ने पाकिस्तान के सेनाध्यक्ष जनरल कमर जावेद बाजवा के जरिए उत्तरी वजीरिस्तान के कबायली इलाकों का दौरा करने से संबंधित खबरें भी दी हैं। इस खबर में बताया गया है कि सेनाध्यक्ष ने अपने दौरे में यहां के हालात की समीक्षा की है और उत्तरी वजीरिस्तान में आतंकवाद को समाप्त करने के लिए की जा रही कार्रवाइयों को सराहा। अखबारों ने गृहमंत्री शेख रशीद के जरिए पाकिस्तान में नवनियुक्त अमेरिकी राजदूत से मुलाकात करने की भी खबर दी है। इस मुलाकात के दौरान अमेरिकी राजदूत ने अमेरिकी पत्रकार डैनियल पर्ल की हत्या में शामिल सभी लोगों को अमेरिका को सौंपने की मांग रखी है। अखबारों ने एक भारतीय विमान की कराची के जिन्नाह हवाई अड्डे पर आपात लैंडिंग की खबरें भी प्रकाशित की हैं। खबर में बताया गया है कि इस विमान में सवार एक यात्री की तबीयत खराब होने के बाद विमान को यहां उतारा गया था। बाद में इस यात्री की मौत हो गई। यह सभी खबरें रोजनामा औसाफ, रोजनामा जिन्नाह, रोजनामा नवा-एवक्त, रोजनामा खबरें, रोजनामा पाकिस्तान और रोजनामा जंग ने अपने पहले पृष्ठ पर प्रकाशित की हैं। रोजनामा खबरें ने जम्मू-कश्मीर में तैनात सेना और अर्धसैनिक बलों के जवानों के मानसिक रोग से पीड़ित होने की खबर प्रकाशित की हैं। इस खबर में बताया गया है कि वर्ष 2017 से अब तक कश्मीर में मानसिक तनाव के कारण 490 सेना के जवानों ने आत्महत्या की है। अखबार का कहना है कि कश्मीर में तैनात सेना के जवान मानसिक तनाव जैसी स्थिति से जूझ रहे हैं। सेना के जवानों को मानसिक तनाव से निकालने के लिए भारत की एक संस्था आर्ट ऑफ लिविंग ने सेना के साथ मिलकर जवानों को इस जटिल परेशानी से निकालने के लिए शिविर आयोजित करने का फैसला किया है। इस शिविर में मानसिक रोगों से ग्रस्त सेना के जवानों को इससे राहत दिलाने की कोशिश की जा रही है। रोजनामा नवाएवक्त ने जम्मू-कश्मीर में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ नारेबाजी किए जाने की खबर प्रकाशित की है। अखबार ने लिखा है कि भारतीय सेना की गोली से जख्मी होने वाले सेना के एक ड्राइवर की मौत हो गई है। जम्मू-कश्मीर के सभी जिलों में सेना और अर्धसैनिक बलों के जरिए जगह-जगह तलाशी अभियान चलाया जा रहा है और कश्मीरियों को परेशान किया जा रहा है। अखबार का कहना है कि भारतीय सेना और अर्धसैनिक बलों ने कश्मीरियों का इस वक़्त जीना हराम कर रखा है। रोजनामा औसाफ ने एक खबर काफी अहमियत से प्रकाशित की जिसमें बताया गया है कि पाकिस्तान से भारतीय कश्मीर वापस जाने वाले सौ से ज्यादा कश्मीरी नौजवानों को बाघा बॉर्डर और नई दिल्ली एयरपोर्ट से अगवा कर लिया गया है। अखबार का कहना है कि यह सभी कश्मीरी अधिकारिक तौर से वीजा और इमीग्रेशन कराकर भारत वापस गए थे लेकिन इनका कुछ अता पता नहीं है। अखबार का कहना है कि भारतीय खुफिया एजेंसियों ने इन कश्मीरी नौजवानों को अवैध रूप से कहीं बंद कर रखा है। अखबार का कहना है कि शायद बाद में इन्हें पाकिस्तान से आतंकवाद का प्रशिक्षण प्राप्त करने का आरोप लगाकर किसी फर्जी मुठभेड़ में मार दिया जाए। हिन्दुस्थान समाचार/एम ओवैस/मोहम्मद शहजाद

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