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पाकिस्तानी अखबारों सेः कश्मीरी नेताओं के साथ प्रधानमंत्री मोदी की मुलाकात से पाकिस्तान में खलबली

- एससीओ में पाकिस्तान को आतंकी देश घोषित कराने के भारतीय प्रयास को नाकाम बनाने का ढिंढोरा पीटा - भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव को सजा के खिलाफ अपील करने का हक देने वाले विधेयक पर मची रार नई दिल्ली, 25 जून (हि.स.)। पाकिस्तान से शुक्रवार को प्रकाशित अधिकांश समाचारपत्रों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जरिए कश्मीरी नेताओं के साथ बातचीत करने से सम्बंधित खबरें प्रकाशित की हैं। अखबारों ने लिखा है कि बातचीत नाकाम रही है। बातचीत में शामिल कश्मीरी नेताओं ने प्रधानमंत्री से जम्मू-कश्मीर की पुरानी स्थिति को बहाल करने की मांग रखी है। कश्मीरी नेताओं ने घाटी में चुनाव कराने के लिए नए परिसीमन किए जाने की मांग को भी नकार दिया है। अखबारों ने लिखा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कश्मीरी नेताओं को भरोसा दिलाया है कि उपयुक्त समय आने पर कश्मीर की पुरानी हैसियत बहाल कर दी जाएगी। अखबारों ने ‘लंदन में रह रहे पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की एक बार फिर मुसीबत बढ़ी’ जैसी सुर्खियों के साथ खबरें दी हैं। अखबारों ने लिखा है कि हाईकोर्ट ने नवाज शरीफ की सजा माफ करने से सम्बंधित अपील को खारिज कर दिया है। अदालत ने कहा है कि देश से बाहर जाकर आपने यह अधिकार खो दिया है। पहले आप स्वदेश आएं और फिर अदालत में दरख्वास्त करें, तब इस पर विचार किया जाएगा। अखबारों ने गृहमंत्री शेख रशीद का भी एक बयान छापा है, जिसमें उन्होंने कहा है कि नवाज शरीफ को स्वदेश लाने के लिए ब्रिटेन सरकार से बातचीत चल रही है और बहुत जल्द उन्हें पाकिस्तान वापस ले आया जाएगा। अखबारों ने सेना अध्यक्ष जनरल कमर बाजवा के जर्मनी दौरे की खबरें भी दी है। अखबारों ने लिखा है कि इस दौरान जनरल बाजवा ने कहा है कि विश्व में शांति की स्थापना का राज़ क्षेत्र की समस्याओं के हाल में छिपा हुआ है। उनका कहना है कि क्षेत्रीय विवादों और चैलेंज के हल के लिए विश्व की ताकतों की मदद बेहद जरूरी है। अखबारों ने 25 अरब की मनी लांड्रिंग के मामले में हमजा शहबाज से एफआईए की पूछताछ की खबरें दी है। अखबारों ने लिखा है कि हमजा से एफआईए ने लगभग एक घंटे तक पूछताछ की है। अखबारों ने अफगानिस्तान में सत्ता हासिल करने के लिए चल रहे संघर्ष की खबरें देते हुए कहा है कि 80 जिलों पर तालिबान ने अपना कब्जा जमा लिया है। इस बीच अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी अमेरिका पहुंच गए हैं। अमेरिका ने तालिबान को चेतावनी दी है कि अगर उसने जोर जबरदस्ती से अफगानिस्तान में सत्ता हासिल की तो दुनिया की सरकारें उसे मंजूरी नहीं देंगी। यह सभी खबरें रोजनामा नवाएवक्त, रोजनामा खबरें, रोजनामा पाकिस्तान, औसाफ, एक्सप्रेस न्यूज, रोजनामा दुनिया और रोजनामा जंग ने अपने पहले पन्ने पर छापी हैं। रोजनामा औसाफ ने शंघाई सहयोग संगठन की बैठक में पाकिस्तान को आतंकवादी देश घोषित कराने के लिए भारत के जरिए की गई कोशिशों को नाकाम बनाने की खबर दी है। अखबार ने लिखा है कि एससीओ प्रोटोकॉल में प्रतिबंधित संगठनों के नाम डलवाने की कोशिश भारत की तरफ से की गई थी। अखबार का कहना है कि शंघाई सहयोग संगठन की बैठक में पाकिस्तान के विरुद्ध उपयोग किए जाने वाले हथकंडे में भारत को हार का सामना करना पड़ा है। अखबार ने बताया है कि भारत को अफगानिस्तान में की जा रही पाकिस्तान विरोधी कार्रवाई से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बेनकाब करने का भी प्रयास किया गया है। अखबार का कहना है कि भारत शंघाई सहयोग संगठन की बैठक में पाकिस्तान को आतंकवाद के मामले में घेरना चाहता था और विश्व के सामने उसे बेनकाब करने की फिराक में था लेकिन उसे कामयाबी नहीं मिली है। रोजनामा खबरें ने संसद में भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव को अपनी सजा के खिलाफ अदालत में अपील करने का अधिकार देने वाले विधेयक को पेश किए जाने की खबरें दी हैं। अखबार ने लिखा है कि इस विधेयक को संसद में पेश कर दिया गया है लेकिन विपक्षी दल इस विधेयक का विरोध कर रहे हैं। पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के लीडर बिलावल भुट्टो का कहना है कि उनकी पार्टी संसद में पेश इस विधेयक के खिलाफ खड़ी है। उनका कहना है कि कुलभूषण को अगर एनआरओ देना ही है तो संसद में इसके लिए विधेयक लाने की क्या जरूरत है? उनका कहना है कि सरकार कुलभूषण जाधव को भारत को ऐसे ही सौंप सकती है। इसके लिए ड्रामा करने की क्या जरूरत है। अखबार का कहना है कि कुलभूषण पाकिस्तान की जेल में बंद है और उसके ऊपर जासूस होने का आरोप लगाया गया है। हिन्दुस्थान समाचार/एम ओवैस/मोहम्मद शहजाद

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