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पाकिस्तानी अखबारों सेः अंतरराष्ट्रीय दबाव के आगे इजराइल के झुकने की खबरों को दी प्रमुखता

- यूरोपियन यूनियन के जरिए खत्म किए गए पाकिस्तान के विशेष दर्जे को फिर से पाने की कोशिशें तेज - रोजनामा पाकिस्तान ने ताउते तूफान से हुए कम नुकसान पर भारत की कोशिशों को सराहा नई दिल्ली, 21 मई (हि.स.)। पाकिस्तान से शुक्रवार को प्रकाशित अधिकांश समाचारपत्रों ने इजराइल के जरिए फलस्तीन पर की जा रही बमबारी को रोके जाने से सम्बंधित खबरें प्रकाशित की है। अखबारों का कहना है कि अंतरराष्ट्रीय दबाव के आगे आखिरकार इजराइल को झुकना पड़ा है। इजराइली मंत्रीमंडल ने प्रस्ताव पास कर युद्धबंदी का ऐलान किया है। अखबारों का कहना है कि पाकिस्तान ने निहत्थे फलस्तीनियों की रक्षा के लिए वहां पर अंतरराष्ट्रीय सेना तैनात किए जाने की मांग की है। इसके साथ ही राहत और बचाव कार्य में तेजी लाने के लिए इजराइल से हर संभव मदद का आश्वासन दिए जाने की भी मांग रखी है। अखबारों ने पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की संपत्ति नीलाम किए जाने की खबरें भी दी हैं। अखबारों ने लिखा है कि एक करोड़ एक लाख रुपये एकड़ के हिसाब से यह संपत्ति नीलाम की गई है। अखबारों ने प्रधानमंत्री इमरान खान के जरिए चीन के राष्ट्रपति से फोन पर बात किए जाने की खबरें दी हैं। अखबारों ने बताया है कि इमरान खान ने राष्ट्रपति से बात के दौरान पाकिस्तान में कोरोना वायरस वैक्सीन को तैयारी किए जाने के फैसले के लिए उनका शुक्रिया अदा किया है। अखबारों ने यह भी बताया है कि इमरान खान ने सीपैक योजना के बारे में भी उनसे चर्चा की है। अखबारों ने सरकार के जरिए कोरोना वायरस पर काबू पाने के लिए दिए गए 12 खरब रुपये के पैकेज में धांधली किए जाने से सम्बंधित खबरें भी दी है। अखबारों ने लिखा है कि अटार्नी जनरल ने इस पैकेज में हुई गड़बड़ी की जानकारी दी है। अखबारों ने पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के लीडर बिलावल भुट्टो का एक बयान छापा है जिसमें उन्होंने कहा है कि अगर इमरान खान सरकार अपनी मुद्दत पूरी करती है तो पाकिस्तान दिवालिया हो जाएगा। उनका कहना है कि जिस तरह से मुल्क में आर्थिक संकट पैदा हो रहे हैं उसको देखते हुए यह अंदाजा लगाना बिल्कुल भी मुश्किल नहीं है। यह सभी खबरें रोजनामा पाकिस्तान, रोजनामा औसाफ, रोजनामा खबरें, रोज़नामा नवाएवक्त और रोजनामा जंग ने अपने पहले पन्ने पर छापी है। रोजनामा खबरें ने यूरोपियन यूनियन के जरिए पाकिस्तान को दिए गए जीएसपी प्लस स्टेटस को खत्म किए जाने के बाद उसे दोबारा हासिल करने के लिए कोशिश तेज किए जाने की खबर दी है। अखबार का कहना है कि इसके लिए पाकिस्तान सरकार की तरफ से विदेश मंत्रालय को विशेष भूमिका निभाने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। अखबार का कहना है कि यूरोपियन यूनियन के प्रतिनिधियों से बात करके उन्हें इस बारे में आगाह किया जा रहा है कि पाकिस्तानी संसद में पास धार्मिक स्वतंत्रता सम्बंधित प्रस्ताव को सरकार वापस लेने की तैयारी कर रही है। यूरोपियन यूनियन में पाकिस्तान के राजदूतों को खासतौर से यह हिदायत दी गई है कि वह इस सिलसिले में अपनी जिम्मेदारियों को पूरा करते हुए पाकिस्तान के जरिए लिए गए फैसलों से वहां की सरकारों को अवगत कराएं। अखबार का कहना है कि पाकिस्तान ने तहरीक-ए-लब्बैक-ए-सहाबा नमक संगठन के दबाव में आकर संसद में यह प्रस्ताव पास किया गया था जिसका विरोध करते हुए यूरोपियन यूनियन ने पाकिस्तान को दिया गया यह स्टेटस वापस लेने का फैसला किया था। रोजनामा जंग ने उत्तर प्रदेश के कन्नौज जिले से एक खबर दी है। इस खबर में बताया गया है कि पाकिस्तान के हक में नारा लगाने के आरोप में एक मस्जिद के इमाम समेत चार अन्य लोगों को गिरफ्तार किया गया है। अखबार का कहना है कि भारतीय मीडिया से मिली खबर के मुताबिक कन्नौज में पाकिस्तान के हक में नारे लगाए गए हैं। एक वीडियो वायरल होने के बाद स्थानीय पुलिस प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए 15 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करके इसमें से पांच लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। अखबार का कहना है कि यह वीडियो 15 मई को जलालाबाद क्रॉसिंग के पास बनाई गई थी। गिरफ्तार लोगों के नाम मोहम्मद अफजाल, सलमान, शाहिद, मेराज और इलियास है। रोजनामा पाकिस्तान ने भारत में आए ताउते तूफान की तबाही से सम्बंधित एक खबर देते हुए बताया है कि अब तक इस तूफान में मरने वालों की संख्या 90 से ज्यादा हो गई है। अखबार का कहना है कि समुद्र में डूबे तेल वाहक जहाज से भी अभी तक 26 मजदूरों के शवों को निकाला जा चुका है। अखबार का कहना है कि जहाज में 117 लोग सवार थे। अखबार ने यह भी बताया है कि राहत और बचाव कार्य करने वाली एजेंसियों का कहना है कि कई दिन गुजर जाने के बाद अब जहाज में फंसे लोगों के जिंदा निकलने की उम्मीद बहुत ही कम रह गई है। अखबार ने यह भी बताया है कि भारत सरकार की तरफ से की गई तैयारियों की वजह से वहां पर बहुत ही कम नुकसान होने की खबरें आ रही हैं। अखबार का कहना है कि जिस तरह से तेज तूफान आया था, उसको देखते हुए वहां पर भारी तबाही होने का अंदेशा लगाया गया था। हिन्दुस्थान समाचार/एम ओवैस/मोहम्मद शहजाद

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