follow-up--indore-the-only-lamp-of-four-houses-extinguished-in-a-horrific-road-accident
follow-up--indore-the-only-lamp-of-four-houses-extinguished-in-a-horrific-road-accident

फालोअप.. इंदौरः भीषण सड़क हादसे में बुझ गए चार घरों के इकलौते चिराग

इंदौर, 23 फरवरी (हि.स.)। लसूडिय़ा थाना क्षेत्र में निरंजनपुर चौराहे के पास सोमवार की देर रात भीषण सड़क हादसा हो गया, जिसमें छह युवकों की मौत हो गई। तेजी गति से जा रही कार सड़क किनारे खड़े टैंकर में जा घुसी। टक्कर इतनी भीषण थी कि कार में बैठे युवकों में से किसी का हाथ तो किसी का सिर कटकर शरीर से लटक गया। वहीं, कार के परखच्चे उड़ गए। हादसे में जिन चार युवकों की मौत हुई है, वह अपने घरों के इकलौते चिराग थे। सभी दोस्त कार में सवार होकर जन्मदिन की पार्टी मनाने के लिए गए थे, लेकिन आते समय हादसा हो गया और सभी एक साथ जान चली गई। हादसा रात करीब डेढ़ बजे तलावली चांदा स्थित पेट्रोल पंप के पास हुआ है। तेजगति से आ रही कार सड़क किनारे खड़े टैंकर में घुस गई। आरक्षक सुरेंद्र यादव ने बताया कि हादसे के बाद युवकों को निकालने के लिए तत्काल कटर का इंतजाम किया गया। इसके बाद सभी को बाहर निकाला गया। इसमें से दो की हालत नाजुक थी, जिन्हें तत्काल अस्पताल भिजवाया गया। वहीं, चार की मौत हो चुकी थी। पेट्रोल पंप पर काम करने वाले धर्मेंद्र यादव ने पुलिस को बताया कि वह पेट्रोल पंप पर काम करता है। रात में पेट्रोल पंप पर ही था। इसी दौरान हाईवे की ओर से जोर का धमाका सुनाई दिया। दौड़कर मौके पर पहुंच तो देखा कि एक कार जिसका नंबर एमपी09डब्यूसी4736 थी, वह सड़क किनारे खड़े टैंकर एमपी 07जीए2499 में पीछे से घुस गई थी। हादसे में कार के परखच्चे उड़ चुके थे और कार सवार कार से बाहर लटके हुए थे। हादसे में चार की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दो को कार से निकालकर अस्पताल भिजवाया गया, जहां उन्होंने भी दम तोड़ दिया। लोगों की मदद से बाहर निकाला जैसे ही पुलिस को हादसे की खबर मिली लसूडिय़ा थाने के जवान सुरेन्द्र यादव और टीम मौके पर पहुंचे। थोड़ी ही देर में एडिशनल एसपी राजेश रघुवंशी ,सीएसपी मोटवानी, टीआई राजेंद्र सोनी ,इंद्रमणि पटेल भी वहां आ गए। जवान सुरेंद्र ने क्षतिग्रस्त कार में फंसे हुए युवकों को अन्य लोगों की मदद से जैसे-तैसे बाहर निकाला। हालत इतनी खराब थी कि किसी का भेजा हाथ में आ रहा था तो किसी का सिर। जैसे तैसे गाड़ी में फंसे हुए लड़कों को बाहर निकाला और 108 एंबुलेंस की मदद से एमवाई पहुंचाया। अस्पताल में सबसे पहले सूरज और देव को पहुंचाया गया, जिसमें से देव की मौत हो गई थी, जबकि सूरज ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। हादसे में इनकी गई जान ऋषि (19) पुत्र अजय पंवार निवासी 129, भाग्यश्री कॉलोनी। गोलू उर्फ सूरज (25) पुत्र विष्णुदास निवासी मालवीय नगर। छोटू उर्फ चंद्रभान रघुवंशी (23) पुत्र शैलेन्द्र रघुवंशी मालवीय नगर। सोनू जाट (23) पुत्र दुलीचंद जाट निवासी आदर्श मेघदूत नगर। सुमित (30) पुत्र अमरसिंह यादव निवासी भाग्यश्री कॉलोनी। देव (28) पुत्र रामकुमार निवासी 384/3 मालवीय नगर। परिजन हुए बदहवास मरने वाले लड़कों में सोनू, ऋषि और सूरज देव अपने घरों के इकलौते बच्चे थे। सूरज और देव तो चचेरे भाई थे। जैसे ही इनके परिजनों को हादसे में इनकी मौत की खबर मिली तो वे बदहवास हो गए। किसी तरह रिश्तेदारों और आसपास के लोगों ने उन्हें संभाला। तीन बहनों का इकलौता भाई हादसे में जान गंवाने वाला सोनूजाट तीन बहनों में एक लोता भाई है। उसके पिता ड्राइवरी और खेती करते हैं। उसके रिश्तेदार ने बताया कि सोनू रशिया से मेडिकल की पढ़ाई कर रहा है। लॉक डाउन के बाद से वह इंदौर में ही रह रहा था। मरने वाले सभी लड़के एक साथ पढ़ाई करते थे इसलिए सभी की दोस्ती थी। दोस्त का फोन आया तो घर से निकला हादसे में जान गंवाने वाले चंद्रभान और छोटू के परिजन ने बताया कि रात करीब 10 बजे चंद्रभान घर आ गया था। उसके बाद उसके किसी दोस्त का फोन आया और फिर वह घर से यह कहकर निकला कि एक दोस्त का जन्मदिन है खाना खाने जा रहे हैं। रात 1.30 बजे परिजनों को हादसे की खबर लगी सभी दोस्त एक साथ ही इस दुनिया से चले गए। दो मृतक चचेरे भाई हादसे में जान गंवाने वाले चार लड़के मालवीय नगर और आसपास के ही रहने वाले हैं। सूरज और देव चचेरे भाई हैं। एक के पिता एमपीईबी में काम करते हैं जबकि दूसरे के पिता कोर्ट में है। वहीं के घर के पास ही चंद्रभान और ऋषि का भी घर है। एक ही इलाके के 4 लड़कों की मौत की खबर सुबह आग की तरह इलाके में फैली और आज सुबह से रिश्तेदार व अन्य लोग इनके घरों पर पहुंच गए। डंपर चालक हिरासत में जिस डंपर से कार भिड़ी थी और 6 लड़कों की मौत हुई उस डंपर चालक को देर रात ही लसूडिया पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। उसके खिलाफ लापरवाही से सड़क पर गाड़ी खड़ी करने का मुकदमा दायर किया जा रहा है। हिन्दुस्थान समाचार/घनश्याम डोंगरे

Related Stories

No stories found.
Raftaar | रफ्तार
raftaar.in