Earthquake Update: इंडोनेशिया के पूर्वी जावा में 6.0 तीव्रता का भूकंप, सुनामी का खतरा नहीं

इंडोनेशिया के पूर्वी जावा में हुए भूकंप ने वहां के लोगों का दिल दहला दिया। इसकी तीव्रता 6.0 दर्ज की गई। हालांकि जाल माल का कोई खतरा नहीं बताया जा रहा है।
Earthquake Update: इंडोनेशिया के पूर्वी जावा में 6.0 तीव्रता का भूकंप, सुनामी का खतरा नहीं

नई दिल्ली/जकार्ता, रफ्तार डेस्क। इंडोनेशिया में गुरुवार को भूकंप के कंपन महसूस किए गए। यह भूकंप इंडोनेशिया के पश्चिमी प्रांत पूर्वी जावा में आज तड़के तेज झटके महसूस किए गए। मिली जानकारी के अनुसार रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 6.0 दर्ज की गई। यह सभी जानकारियां इंडोनेशिया मौसम विज्ञान, जलवायु विज्ञान और भू-भौतिकी एजेंसी ने दी है।

लोगों में भूकंप के झटके से घबराहट फैल गई। वहीं, एजेंसी ने कहा इससे घबराने की कोई बात नहीं है। इसके साथ ही यह भी बताया गया कि सुनामी का भी खतरा नहीं है। एजेंसी ने बताया कि यह भूकंप गुरुवार को सुबह चार बजे वहां के स्थानीय समयानुसार आया था। बता दें कि इसका केंद्र पैकिटान जिले से 117 किलोमीटर दक्षिण-पश्चिम में और समुद्र तल के नीचे 10 किलोमीटर की गहराई में था।

आइए जानतें है भारत में हुए 5 प्रमुख भूकंप के हादसे जिससे लोगों के दिल दहल गया..

2001 गुजरात भूकंप

जब भारत ने अपना 52वां गणतंत्र दिवस मनाया। उसी दिन, गुजरात के कच्छ जिले में भुज में एक ज़ोरदार भूकंप आया। भूकंप सुबह 8:40 बजे आया और दो मिनट तक चला। इस भूकंप के कारण 20,000 से अधिक लोगों की जान गई।

1934 बिहार भूकंप

15 जनवरी, 1934 को जब भारत आजादी के लिए लड़ रहा था, बिहार में 8.1 तीव्रता का एक बड़ा भूकंप आया। इस भूकंप के बाद मुंगेर और जमालपुर शहर पूरी तरह से खंडहर में तब्दील हो गए थे. इस भूकंप को भारत के इतिहास के सबसे शक्तिशाली भूकंपों में से एक माना जाता है।

1993 महाराष्ट्र भूकंप

30 सितंबर, 1993 को, महाराष्ट्र राज्य में भूकंप आया, जिसमें 20,000 से अधिक लोग मारे गए। लातूरस्की जिले के किल्लारी गांव में आए भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 6.4 मापी गई। इस भूकंप से सबसे अधिक नुकसान उस्मानाबाद और लटौर के निवासियों को हुआ। भूकंप ने 52 से अधिक गांवों को पूरी तरह से नष्ट कर दिया।

1950 असम भूकंप

असम भूकंप, जिसे मेडोग भूकंप भी कहा जाता है। यह भूकंप 15 अगस्त, 1950 को आया था। रिक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 8.6 अंक थी। इस भूकंप का केंद्र तिब्बत के रोम में था। भूकंप ने असम और तिब्बत दोनों में भारी तबाही मचाई। अकेले असम में 1500 से ज्यादा लोग मारे गए थे।

1991 उत्तरकाशी भूकंप

20 अक्टूबर, 1991 को उत्तराखंड राज्य के उत्तरकाशी, चमोली और टिहरी जिलों में रिक्टर पैमाने पर 6.1 तीव्रता का भूकंप आया था। इस भूकंप में एक हजार से ज्यादा लोगों की मौत हुई थी। इस प्राकृतिक आपदा के कारण भारी संपत्ति का नुकसान भी हुआ है। उल्लेखनीय है कि दिल्ली में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए।

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