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धमतरी : गरीबी के चलते पढ़ाई छोड़ने वाली थीं धनेश्वरी, प्राचार्य के सहयोग से कालेज में मिला दाखिला

धमतरी, 23 मई ( हि. स.) । छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल के द्वारा वर्ष 2018-19 के लिए जारी की गई प्रावीण्य सूची में धनेश्वरी देवांगन का नाम गृह विज्ञान संकाय से प्रथम स्थान पर है। शिवसिंह वर्मा शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय धमतरी की छात्रा धनेश्वरी ने बताया कि स्कूल में नियमित कक्षा में पढ़ाई करने के बाद शेष बचे समय का सदुपयोग करते हुए विषय शिक्षकों के संपर्क में रहीं तथा रोजाना अपने डाउट्स क्लियर करती थी। इससे सभी विषयों में पकड़ बेहतर बन गई, जिसका परिणाम यह रहा कि गृह विज्ञान विषय के साथ उन्होंने मेरिट क्रम में पहला स्थान हासिल किया। छात्रा धनेश्वरी ने बताया कि उनके परिवार में मां सहित तीन बहन और एक भाई हैं। पीलिया बीमारी की वजह से पिता स्व. मुकुंद देवांगन की मृत्यु 12 साल पहले 2009 में हो गई थी, जिसके बाद मां लता देवांगन ने बीड़ी मजदूर के तौर पर काम करके जैसे-तैसे अपने परिवार का भरण-पोषण किया, इसके बावजूद धनेश्वरी की पढ़ने की लगन कम नहीं हुई। कक्षा 12वीं उत्तीर्ण होने के बाद घर की माली हालत को देखते हुए मां ने आगे की पढ़ाई से साफ इंकार कर दिया और उन्होंने भी आगे की शिक्षा में पूर्ण विराम देने का मन बना लिया। जब संस्था की प्राचार्य वीनू व्ही मैथ्यू को यह बात पता चली तो उन्होंने होनहार छात्रा की शिक्षा बाधित होते देखा तो अपने खर्च से कालेज में दाखिला दिलाया। बीएससी गृह विज्ञान प्रथम वर्ष में धनेश्वरी 70 प्रतिशत अंकों के साथ उत्तीर्ण होकर वर्तमान में बीसीएस शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में द्वितीय वर्ष की पढ़ाई कर रही हैं। धनेश्वरी ने बताया कि मां की शारीरिक अस्वस्था व उम्र अधिक होने की वजह से उन्होंने बीड़ी मजदूरी का काम छोड़ दिया। ऐसे में परिवार चलाने के लिए उनकी बड़ी बहन आरती ने कपड़े की दुकान में सेल्स गर्ल के तौर पर काम करना शुरू कर दिया, वहीं छोटे भाई-बहन सहित घर का खर्च वहन करने के लिए धनेश्वरी ने पेटीकोट की सिलाई का पार्ट टाइम जाब घर पर शुरू कर दिया, जिससे प्रति नग दो से पांच रुपये मिलता है। इस तरह गरीबी के दौर में भी धनेश्वरी ने अपनी पढ़ाई को बाधित नहीं होने दिया व अपने परिवार की भी जिम्मेदारी बखूबी उठाते हुए उच्च शिक्षा जारी रखी। हिन्दुस्थान समाचार / रोशन

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