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स्वास्थ्य व्यवस्था की जमीनी हकीकत जानने के लिए खुद मैदान में उतरे उपमुख्यमंत्री

लखनऊ, 5 अप्रैल (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था की जमीनी हकीकत जानने के लिए खुद उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक मैदान पर उतरे हैं। उन्होंने मंगलवार को मरीज बनकर किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी की ओपीडी में पहुंचे और लाइन में लगकर पर्चा बनवाया। मास्क लगा होने के कारण पहले तो लोग उनको पहचान नहीं पाए, लेकिन जब यूनिवर्सिटी प्रशासन को पता चला तो वहां पर हड़कंप मच गया। करीब एक घंटे के निरीक्षण के दौरान ब्रजेश पाठक ने वहां पर कई कमियां मिलने के बाद जिम्मेदार चिकित्सों तथा अधिकारियों को फटकार भी लगाई। निरीक्षण के दौरान उन्होंने ओपीडी में बदइंतजामी पर नाराजगी जाहिर की। इसके साथ ही पंजीकरण के लिए केजीएमयू के नंबर पर फोन करने वाले मरीजों की कॉल रिसीव न होने पर जमकर फटकार लगाई। उन्होंने अगले 24 घंटे में व्यवस्था दुरुस्त करने की चेतावनी दी है। मंत्री ने निरीक्षण के दौरान कई बार पंजीकरण के लिए दिए गए नम्बर पर अपने फोन से कॉल की। हर बार नम्बर बिजी बताता रहा। इससे नाराज होकर वे प्रशासनिक अधिकारियों के साथ एक्सचेंज पहुंच गए। वहां सिर्फ दो लाइन पर बात हो रही थी। बाकी 10 लाइन खाली थीं। इस पर उनका गुस्सा फूट पड़ा। पाठक ने एजेंसी हटाने की भी चेतावनी दी, साथ ही उन्होंने कहा कि अब एजेंसी को प्रति कॉल रिसीव करने के हिसाब से भुगतान किया जाए। इसके अलावा ओपीडी में कुर्सियों पर गंदगी और टूटी दिखाई देने पर नाराजगी जताई। किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय (केजीएमयू) के परिसर में मंगलवार को सब कुछ सामान्य तौर पर चल रहा था। ओपीडी काउंटर पर मास्क लगाए एक शख्स लाइन में लगकर पर्चा बनने का इंतजार कर रहा था। जैसे ही वह लाइन से निकलकर काउंटर के अंदर जाकर पूछताछ करने लगा तो वहां पर कर्मचारियों की हवाइयां उड़ गई। यह कोई और नहीं, प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक थे जो आज केजीएमयू के परिसर का औचक निरीक्षण कर रहे थे। उपमुख्यमंत्री ने न केवल लाइन में लगकर ओपीडी में पर्चा बनवाया, बल्कि अलग-अलग तल पर मरीजों से बातचीत कर उनकी परेशानी भी जानी। मरीज ने उप मुख्यमंत्री को बताया कि सुबह से ही लाइन में लगे हैं। नम्बर नहीं आया। रजिस्ट्रेशन काउंटर पर लगी लंबी लाइन को देखकर उपमुख्यमंत्री ने अधिकारियों से टोकन सिस्टम जैसी कोई प्रक्रिया शुरू करने की बात कही। ओपीडी में गंदगी और टूटी कुर्सियों को देखकर उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने केजीएमयू के सीएमएस डा. एसएन शंखवार से इसका कारण पूछा और इसे दुरुस्त करने की बात कही। ब्रजेश पाठक ने औचक निरीक्षण के दौरान आनलाइन पंजीकरण के लिए दिए नंबर पर फोन लगाया लेकिन नंबर नहीं लग पाया। इसकी पड़ताल करने के लिए वह जब एक्सचेंज पर पहुंचे तो वहां पर पता चला कि 12 लाइनों में सिर्फ दो लाइन ही बिजी थीं, फिर भी फोन नहीं लग रहा था। इससे नाराज उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों को फटकार लगाई। उन्होंने व्यवस्था बदलने का भी निर्देश दिया। --आईएएनएस विकेटी/एएनएम

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