declare-amarinder-singh-batala-as-24th-district-of-punjab-minister
declare-amarinder-singh-batala-as-24th-district-of-punjab-minister

अमरिंदर सिंह बटाला को पंजाब का 24वां जिला घोषित करें: मंत्री

चंडीगढ़, 5 सितम्बर (आईएएनएस)। पंजाब के दो वरिष्ठ मंत्रियों, त्रिपत राजिंदर सिंह बाजवा और सुखजिंदर सिंह रंधावा ने मांग की है कि बटाला को राज्य के 24वें जिले के रूप में बनाया जाना चाहिए ताकि लोगों की इच्छा और इस क्षेत्र के समग्र विकास का सम्मान किया जा सके। मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह को लिखे पत्र में उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि बटाला एक ऐतिहासिक शहर है, लेकिन उस पर ध्यान नहीं दिया गया जिसका वह हकदार था। दोनों मंत्रियों ने कहा कि इसके साथ ही ऐतिहासिक नगर फतेहगढ़ चूड़ियां और हरगोबिंदपुर या घुमन को नए जिले का नया उपमंडल बनाया जाए। उन्होंने बताया कि बटाला समृद्ध ऐतिहासिक, धार्मिक, सामाजिक और साहित्यिक विरासत के साथ पंजाब का एक महत्वपूर्ण शहर है। बटाला बठिंडा के बाद पंजाब का सबसे पुराना शहर था जिसकी स्थापना 1465 में हुई थी और जनसंख्या के मामले में राज्य का आठवां सबसे बड़ा शहर भी था जहां पिछले साल एक नगर निगम का गठन किया गया था। बटाला की ऐतिहासिक विरासत पर जोर देते हुए उन्होंने कहा, गुरु नानक देव, पहले गुरु, का विवाह 8 जुलाई, 1487 को इसी कस्बे में माता सुलखनी से हुआ था। उनकी याद में गुरुद्वारा डेरा साहिब और गुरुद्वारा कंध साहिब को सजाया गया है। छठे गुरु, गुरु हरगोबिंद भी अपने बेटे बाबा गुरदित्त से शादी करने के लिए बटाला आए थे और उनकी याद में शहर के बीच में गुरुद्वारा सत करतारिया सुशोभित है। दोनों मंत्रियों ने कहा कि महाराजा रणजीत सिंह के शासनकाल के दौरान लाहौर और अमृतसर के बाद बटाला सिख साम्राज्य का एक महत्वपूर्ण शहर था। उन्होंने कहा कि इस शहर के पास ऐतिहासिक काली द्वार मंदिर और सती लक्ष्मी देवी समाध के अलावा, यह अचल साहिब का ऐतिहासिक स्थल है जहां भगवान शिव के पुत्र कार्तिक की स्मृति में अचलेश्वर धाम सुशोभित है। इस ऐतिहासिक स्थान पर गुरु नानक देव ने भी सिद्धों से बातचीत की। मंत्रियों ने कहा, सांस्कृतिक और साहित्यिक दृष्टिकोण से, दुनिया भर में कोई भी पंजाबी ऐसा नहीं है जिसने महान पंजाबी कवि शिव कुमार का नाम नहीं सुना हो, जिन्होंने बटालवी को अपने नाम के साथ जोड़ा, जिससे इसकी प्रतिष्ठा और बढ़ गई। दिवंगत कवि साहित्यिक क्षेत्र में बिरहा के कवि और पंजाबी के कीट्स के रूप में जाने जाते हैं। --आईएएनएश एसएस/आरजेएस

Related Stories

No stories found.
Raftaar | रफ्तार
raftaar.in