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कर्नाटक के छात्र की मौत: हावेरी में छाई मायूसी

हावेरी (कर्नाटक), 1 मार्च (आईएएनएस)। यूक्रेन में छात्र नवीन शेखरप्पा ज्ञानगौदर की मौत की खबर से कर्नाटक के हावेरी जिले में मातम छा गया और महा शिवरात्रि के दिन सदमे की लहर फैल गई है। नवीन के साथ रहे अन्य छात्रों के माता-पिता ने मौत पर दुख जताया है और राज्य और केंद्र सरकारों से अपने बच्चों को यूक्रेन से बाहर निकालने की अपील की है। यूक्रेन में फंसे छात्र अमित वैसर के पिता वेंकटेश वैसर ने कहा, नवीन हमारे लड़कों के साथ था, वह नाश्ता लाने निकला था। खाने के लिए कुछ नहीं था, तो वह खाने की तलाश में निकल पड़ा। सरकार क्या कर रही है। इस समय? उन्हें तत्काल कार्रवाई करनी चाहिए। भावुक वेंकटेश वैसर ने कहा, शेकरप्पा (मृतक नवीन के पिता) के लड़के का आज निधन हो गया। हम सभी विनम्रतापूर्वक संबंधित अधिकारियों से उन्हें यूक्रेन से वापस लाने का अनुरोध करते हैं। कृपया हमें परेशान न करें। अन्यथा, हमारे पास आत्महत्या करने के अलावा कोई रास्ता नहीं है। हम अपनी मौतों के लिए स्थानीय सांसद शिवकुमार उदासी को जिम्मेदार ठहराएंगे। हमारा एक ही बच्चा है, उसके बिना कोई जीवन नहीं है। गुस्से में प्रतिक्रिया व्यक्त की, हमारा लड़का हमारे संपर्क में था। तीन दिनों से उनके पास खाने के लिए कुछ नहीं था। हम सभी से गुहार लगा रहे थे। हमने केंद्रीय संसदीय कार्य और खनन मंत्री प्रह्लाद जोशी को भी पत्र सौंपा था, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। सुमन श्रीधर वैश्य के पिता श्रीधर कृष्णमूर्ति वैश्य भी हावेरी के रहने वाले हैं, (जो यूक्रेन में फंसे हुए हैं) उन्होंने कहा, हालांकि उनका बेटा लगातार एक सप्ताह से स्थानीय सांसद शिवकुमार उदासी को फोन कर रहा था, लेकिन उनका फोन नहीं मिल रहा है। क्या करे? मेरे बेटे ने एक संदेश भेजा है, जिसमें कहा गया है कि उसे मदद की जरूरत है। उसका संदेश पढ़ लिया गया है, लेकिन सांसद की ओर से कोई जवाब नहीं आया। हावेरी से हमारे परिचित तीन लड़के यूक्रेन गए थे, उनमें से एक मारा गया। हमने अपने बच्चों की सुरक्षित वापसी के बारे में अपनी आशाएं भगवान पर टिकी हुई हैं। नवीन ज्ञानगौदर की मौत पर पूर्व मुख्यमंत्री बी.एस. येदियुरप्पा ने फोन पर परिवार को सांत्वना दी। उन्होंने मृतक लड़के के पिता शेखरप्पा को आश्वासन दिया है कि सरकार उनके परिवार के साथ है और नवीन के शव को भारत वापस लाने के लिए सभी प्रयास किए जा रहे हैं। पारिवारिक सूत्रों ने बताया, नवीन सुबह छह बजकर 45 मिनट पर बंकर से महज 500 मीटर दूर सुपरमार्केट में कुछ खाने के लिए निकला था। सुबह करीब साढ़े आठ बजे तेज आवाज सुनाई दी। उसके दोस्त यशवंत ने अपने सभी दोस्तों नवीन को फोन करने के लिए कहा। हालांकि, कॉल का जवाब किसी अन्य व्यक्ति ने दिया। चूंकि उन्हें भाषा समझ में नहीं आती थी, इसलिए उन्होंने स्थानीय लोगों की मदद ली कि नवीन को मार दिया गया है और उसके शरीर को फोरेंसिक सुविधा में रखा गया है। परिवार को यह भी बताया गया है कि नवीन ने जूनियर्स के साथ रहना चुना और अपने बैच के साथियों से कहा कि वह बाद में उनके साथ जुड़ेंगे। --आईएएनएस एचके/एएनएम

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