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बैंकिंग सेक्टर पर कोरोना इफेक्ट, सिर्फ 4 घंटे सामान्य कामकाज

योगिता नई दिल्ली, 23 अप्रैल (हि.स.)। जानलेवा बीमारी कोरोना के संक्रमण को देखते हुए बैंकों के कामकाज के समय में कटौती करने की सलाह दी गई है। इंडियन बैंक्स एसोसिएशन (आईबीए) ने सभी बैंकों को सलाह दी है कि वे अपने काम के घंटों को कम करें। बैंकों को अपना काम सुबह 10 बजे से दोपहर 2 बजे के बीच निपटा लेने के लिए कहा गया है। सलाह के मुताबिक अब बैंक आम जनता के कामकाज के लिए केवल 4 घंटे ही खुलेंगे। इस संबंध में आईबीए ने सभी राज्य स्तरीय बैंकिंग कमेटी (एसएलबीसी) को गाइडलाइंस भेजकर उसका पालन करने के लिए कहा है। इसमें कहा गया है कि कोरोना की स्थिति सामान्य होने तक यह व्यवस्था लागू रहेगी। आईबीए ने एसएलबीसी के संयोजकों को लिखे एक पत्र में कहा है कि हम म्यूटेंट वायरस के प्रकोप की चुनौतीपूर्ण अवधि से गुजर रहे हैं, जिसमें कई राज्यों में हर रोज संक्रमण नए मामले सामने आ रहे हैं। इससे आर्थिक गतिविधियों के बारे में भी गंभीर चिंताएं उत्पन्न हो गई हैं। इसकी वजह से बैंक के ग्राहकों के साथ ही बैंक कर्मचारियों के स्वास्थ्य को लेकर भी चिंताएं उत्पन्न हो गई हैं। आईबीए की ओर से भेजी गाइडलाइन के मुताबिक सभी बैंक सुबह 10 बजे से दोपहर 2 बजे तक खोले जाएं। इस चार घंटे के बैंकिंग कार्यकाल के दौरान सिर्फ चार प्रकार की सेवाएं उपलब्ध कराई जाएं। इसमें रुपये-पैसे की डिपॉजिट, निकासी, चेकों की क्लीयरिंग, रेमिटेंस और सरकारी लेन-लेन शामिल होंगे। गाइडलाइन में ये भी कहा गया है कि सभी बैंक हर हाल में शाम 4 बजे तक बंद हो जाएं। इस दौरान हर हाल में कोरोना प्रोटोकॉल का पालन किया जाए। इसके साथ ही इस बात पर जोर दिया गया है कि कोरोना संक्रमण काल के दौरान केवल 50 फीसदी कर्मचारियों को ही बैंक बुलाया जाए। इसके अलावा शेष 50 फीसदी कर्मचारियों से वर्क फ्रॉम होम कराया जाए। ये व्यवस्था रोटेशन के आधार पर की जा सकती है। आईबीए की गाइडलाइन में ये भी कहा गया है कि सभी राज्यस्तरीय बैंकिंग कमेटियां (एसएलबीसी) स्थिति पर नजर रखेंगी और परिस्थितियों को देखते हुए अतिरिक्त सेवाओं पर फैसला करेंगी। इसके अलावा यदि जिला प्रशासन बैंकिंग सेवाओं को लेकर कोई फैसला करता है तो वो सर्वमान्य होगा। आईबीए की गाइडलाइन देश की सभी सरकारी और प्राइवेट बैंक के साथ ही स्मॉल फाइनेंस बैंक, विदेशी बैंक, डेवलपमेंट फाइनेंशियल इंस्टीट्यूट और को-ऑपरेटिव सेक्टर के बैंकों पर प्रभावी होगा। इन सभी बैंकों को आईबीए की गाइडलाइंस का पालन करते हुए अपने बैंकिंग के समय में बदलाव करना होगा। हिन्दुस्थान समाचार

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