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अर्ली, अग्रेसिव, ट्रेस, टेस्ट और ट्रीट से कम हुए कोरोना केस : मुख्यमंत्री

गोरखपुर, 10 मई (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि कोरोना के खिलाफ लड़ाई में प्रदेश में वृहद स्तर पर चलाए गए अर्ली, अग्रेसिव, ट्रेस, टेस्ट और ट्रीट अभियान के व्यापक परिणाम सामने आए हैं। पिछले 10 दिनों में राज्य में कोरोना के एक्टिव केस में 85,000 से अधिक की कमी आई है। कोरोना के पहली लहर का राज्य ने बेहतर मुकाबला किया था। दूसरी लहर में भी उसी प्रबंधन के साथ काम किया जा रहा है। मुख्यमंत्री योगी सोमवार को बीआरडी मेडिकल कॉलेज में कोविड नियंत्रण को लेकर गोरखपुर-बस्ती मंडल की समीक्षा बैठक करने के बाद पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। कहा कि बड़े बड़े विशेषज्ञ यह आशंका जता रहे थे कि राज्य में पांच से 10 मई के बीच प्रतिदिन एक लाख कोरोना केस आएंगे, लेकिन अर्ली, अग्रेसिव ट्रेस, टेस्ट और ट्रीट अभियान का परिणाम रहा कि आशंका के विपरीत आज 21 हजार एक्टिव केस हैं, कल यह संख्या 23 हजार थी। एक्टिव केस की संख्या में लगातार गिरावट आ रही है। योगी ने बताया कि कोरोना के फस्र्ट वेव में अधिकतम एक्टिव केस की संख्या 68 हजार और एक दिन में मिले केस की अधिकतम संख्या 7500 थी, जबकि सेकंड वेव में 30 अप्रैल को अधिकतम एक्टिव केस की संख्या 3.10 लाख और एक दिन के अधिकतम केस की संख्या 24 अप्रैल को 38055 थी। स्पष्ट है कि सेकंड वेव में संक्रमण का फैलाव कई गुना ज्यादा था। इस रफ्तार के चलते ऑक्सीजन की मांग भी तेजी से बढ़ी। कोरोना के पहली लहर में ऑक्सीजन की डिमांड पूरी करने को मेडिकल ऑक्सीजन प्लांट ही पर्याप्त थे, सेकंड वेव में अचानक मांग बढ़ गई। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना के खिलाफ लड़ाई में वैक्सिन सबसे बड़ा अस्त्र है। प्रदेश में 1.40 करोड़ लोगों का कोविड टीकाकरण हो चुका है। इसमें 1.38 करोड़ 45 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को और एक लाख से अधिक 18 वर्ष से 44 वर्ष के बीच के लोगों को टीका लगाया गया है। आज से प्रदेश में 4000 केंद्रों पर 45 वर्ष से अधिक के लोगों और 11 जिलों के 200 केंद्रों पर 18 वर्ष से अधिक के लोगों को बिना भेदभाव, निशुल्क टीका लगाया जा रहा है। 18 वर्ष से अधिक के लोगों को निशुल्क टीका प्रदेश सरकार और 45 वर्ष से अधिक के लोगों को केंद्र सरकार उपलब्ध करा रही है। उन्होंने कहा कि आरआरटी, निगरानी समितियों को गांव-गांव सक्रिय किया गया। हर गांव में कोविड स्क्रीनिंग हो रही है। आरआरटी एंटीजन टेस्ट कर रही है। लोगों को उनके घर तक मेडिकल किट पहुंचाई जा रही है। यह भी निर्देश दिया गया है कि यदि किसी के पास होम आइसोलेशन की सुविधा नहीं है, तो गांव में ही क्वारन्टीन सेंटर बनाकर उसे यह सुविधा दी जाए। लोगों तक जितनी जल्द दवा और अन्य सुविधाएं पहुंचेंगी, मृत्यु दर उतनी ही कम होगी। --आईएएनएस विकेटी/एएनएम

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