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मध्य प्रदेश में पिछड़ा वर्ग के आरक्षण पर तकरार

भोपाल, 15 फरवरी (आईएएनएस)। मध्य प्रदेश में पिछड़े वर्ग के आरक्षण को 27 प्रतिशत आरक्षण के मामले पर सियासी तलवारंे खिंची हुई हैं। दोनों एक दूसरे को पिछड़ा वर्ग विरोधी और खुद को इस वर्ग का हितैषी बताने पर तुले हैं। वहीं पिछड़ा वर्ग ने पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ का सम्मान करके भाजपा के सामने चुनौती खड़ी कर दी है। वहीं भाजपा की ओर से कांग्रेस पर हमले किए गए हैं और कमल नाथ पर इस वर्ग से अन्याय करने का आरोप लगाया है। राजधानी में पिछड़ा वर्ग केा 27 प्रतिशत आरक्षण का श्रेय देते हुए कमल नाथ को सम्मानित करने के लिए पिछड़ा वर्ग के संगठनों ने संयुक्त रूप से एक कार्यक्रम का आयेाजन किया और उनके प्रति आभार जताया। कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने इस मौके पर कहा कि आरक्षण तो आपका अधिकार था और मैंने इस अधिकार को देने का फैसला लिया। पंडित जवाहरलाल नेहरू ने जब देश के प्रधानमंत्री का पद संभाला था तभी उन्होंने फैसला लिया था कि हम जमींदारी समाप्त करेंगे, सबसे ज्यादा लाभ जमींदारी समाप्त करने से पिछड़ा वर्ग को ही मिला, पिछड़ा वर्ग के पास कुछ नहीं था। उन्होंने आगे कहा, प्रदेश मंे आज 52 प्रतिशत पिछड़ा वर्ग की आबादी है, जिसमंे ज्यादातर बेरोजगार की अवस्था से गुजर रहे हैं। हमारी सरकार 15 माह रही जिसमें से ढाई माह चुनाव में निकल गए। उसके बाद भी 27 लाख किसानों का कर्ज माफ किया गया, इसमें पिछड़े वर्ग की संख्या सबसे ज्यादा थी। प्रदेश में 52 प्रतिशत पिछड़ा वर्ग की आबादी है, मेरी सोच थी 70 प्रतिशत रोजगार स्थानीय लोगों को मिले, मैंने उसके लिए भी निर्णय लिया था। उन्होंने कहा कि पिछले 17 साल में पिछड़े वर्ग का क्या हुआ, यह घोषणाओं की राजनीति में दोहराना नहीं चाहता। बीजेपी का इतिहास आप सबको पता है। प्रधानमंत्री मोदी बहुत सारी बातें करते हैं लेकिन कभी पिछड़े वर्ग के हित की बात नहीं करते। वे बंटवारे की बात करते हैं, मंदिर की बात करते हैं, राजनीति को धर्म से जोड़ने की बात करते हैं लेकिन हम तो दिल जोड़ने की बात करते हैं, रिश्ता जोड़ने की बात करते हैं। राज्यसभा सांसद एवं मप्र पिछड़ा वर्ग संगठन के प्रदेश अध्यक्ष राजमणि पटेल ने स पिछड़े वर्ग को 27 प्रतिशत आरक्षण देने के लिए कमलनाथ का आभार माना और कहा कि इस प्रदेश का संपूर्ण पिछड़ा वर्ग समाज कमलनाथ के साथ कंधे से कंधा मिलकर चलेगा और इस प्रदेश में कांग्रेस की सरकार 2023 में पुन: बनाकर प्रदेश की जनता को भाजपा सरकार मंे व्याप्त भय, भूख, भ्रष्टाचार से मुक्ति दिलाकर एक नये निर्माण की तस्वीर स्थापित करेगा। वहीं भाजपा ने कांग्रेस और कमल नाथ पर हमला बोला है। भारतीय जनता पार्टी पिछड़ा वर्ग मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष भगत सिंह कुशवाह ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ के कथित पिछड़ा वर्ग संगठनों द्वारा खुद को सम्मानित कराने की निंदा की है। उन्होंने कहा, कांग्रेस का राजनीतिक इतिहास इस बात का गवाह है कि वह हमेशा से दलित, पिछड़े और आदिवासी नेताओं को गिराने के लिए षडयंत्र रचती रही है। भगत सिंह ने आगे कहा, कमलनाथ के नेतृत्व वाली कांग्रेस की सरकार ने भी अगर किसी वर्ग के हितों पर सबसे ज्यादा कुठाराघात किया है, तो वह पिछड़ा वर्ग ही है। अपने चुनावी लाभ के लिए कमलनाथ सरकार ने 27 फीसदी आरक्षण की नौटंकी रची और पिछड़ा वर्ग के लोगों के राजनीतिक अधिकार छीनने के लिए पंचायत चुनाव की प्रक्रिया में व्यवधान पैदा किए। इतना सब कुछ करने के बावजूद कमलनाथ पूरी बेशर्मी के साथ उसी पिछड़े वर्ग के लोगों से सम्मान कराने का ढोंग रच रहे हैं। जबकि कमलनाथ को तो सार्वजनिक मंच से अपनी पिछड़ा वर्ग विरोधी हरकतों के लिए समाज के लोगों से माफी मांगनी चाहिए थी। --आईएएनएस एसएनपी/एएनएम

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