congress39s-gandhi-family-has-no-relation-with-mahatma-gandhi-gajendra-singh-shekhawat
congress39s-gandhi-family-has-no-relation-with-mahatma-gandhi-gajendra-singh-shekhawat

महात्मा गांधी से कांग्रेस के गांधी परिवार का कोई रिश्ता नहीं : गजेंद्र सिंह शेखावत

नई दिल्ली, 13 अप्रैल (आईएएनएस)। केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने राजस्थान के श्रीगंगानगर में कथित तौर पर कांग्रेस नेता द्वारा हिंसा करने पर गांधी परिवार पर निशाना साधा है। शेखावत ने कहा कि महात्मा गांधी से कांग्रेस के गांधी परिवार का कोई रिश्ता नहीं है। केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने बुधवार को ट्वीट कर कहा कि गांधी सरनेम का दुरुपयोग करने के अलावा कांग्रेस के गांधियों ने बापू जैसा कुछ नहीं किया, जिसका सबूत श्रीगंगानगर में सड़क के गुंडे की भांति हिंसा करते ये कांग्रेसी नेता हैं। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि कांग्रेस का हश्र महात्मा गांधी जानते थे, इसलिए आजादी के बाद पार्टी की जरूरत नहीं समझते थे। शेखावत ने कहा कि बापू का सपना तभी पूरा होगा, जब कांग्रेस का अस्तित्व मिट जाएगा। इसके साथ ही गजेंद्र सिंह शेखावत ने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से राजस्थान छोड़ने की अपील की है। राजस्थान के अलवर जिले में घरों पर धार्मिक ध्वज नहीं लगाने और छत से शोभायात्रा देखने की रोक के प्रशासन के आदेश पर शेखावत ने कहा, गहलोत साहब, सारे फैसले तुष्टीकरण पॉलिसी के मद्देनजर ले रहे हैं। इस पॉलिसी से बाहर के धमार्नुयायी क्या करें? राजस्थान छोड़ दें? दरअसल पिछले 2 दिनों से राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और केंद्रीय मंत्री शेखावत के बीच जुबानी जंग जारी है। सीएम गहलोत ने पूर्व में शेखावत पर पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना (ईआरसीपी) को राष्ट्रीय दर्जा दिलाने के लिये काम नहीं करने का आरोप लगाया था। इसके जवाब में शेखावत ने सोमवार को गहलोत पर हमला बोलते हुए कहा, अशोक गहलोत के बयानों में मुझे जोधपुर में उनके पुत्र की हार की खीझ सुनाई देती है। वे आज तक जोधपुर लोकसभा सीट का परिणाम नहीं भूल पाए हैं, जिसमें जनता जनार्दन ने मोदीजी को प्रधानमंत्री बनाने के लिए मुझे आशीर्वाद दिया था। इससे पहले गहलोत ने रविवार को शेखावत पर प्रधानमंत्री से ईआरसीपी प्रोजेक्ट को राष्ट्रीय महत्व की परियोजना घोषित नहीं करवा पाने का आरोप लगाया था। --आईएएनएस पीटीके/एसकेपी

Related Stories

No stories found.
Raftaar | रफ्तार
raftaar.in