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दिल्ली में तितलियों से जुड़ी प्रजातियों की मिल सकेगी पूरी जानकारी, बटरफ्लाई पार्क तैयार

नई दिल्ली, 19 अप्रैल (आईएएनएस)। दिल्ली के निवासियों को बटरफ्लाई पार्क खूब भा रहा है। पार्क सिंघु बॉर्डर से एक किलोमीटर की दूरी पर स्थित मर्मुरपुर गांव में एक एकड़ भूमि पर बना हुआ है, जहां करीब 10 प्रजातियों की तितलियां देखने को मिल सकती हैं। यहां आने वाले पर्यटक न सिर्फ तितलियों का दीदार कर सकेंगे बल्कि उनके जीवन चक्र के बार में भी जानकारी पा सकेंगे। इस पार्क में घूमने का कोई शुल्क भी नहीं है, पर्यटक पार्क में आसानी से जा सकते हैं और पार्क का लुत्फ उठा सकते हैं। पयर्टकों को पार्क में मौजूद तितलियों के बारे में ज्यादा जानकरी देने के लिए वन विभाग के एक वन रक्षक को भी पर्यटन स्थल पर नियुक्त किया है। इसी तरह का एक पार्क दिल्ली के तुगलकाबाद में 2017 से मौजूद हैं असोला बटरफ्लाई पार्क की शुरूआत 2017 में हुई थी और यहां आने वाले लोगों को 10 रुपये शुल्क चुकाना पड़ता है। हालांकि इस पार्क में तितलियों की 80 से अधिक प्रजातियां पाई जाती हैं। इन दोनों पार्कों के बाद दिल्ली में अब वन विभाग के दो बटरफ्लाई पार्क हो गए हैं। दिल्ली एनसीआर क्षेत्र के रहने वाले माता पिता अपने बच्चों को लेकर सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक जा सकते हैं। सिंघु बॉर्डर स्थित पार्क को विकसित करने के लिए बांबे नेचुरल हिस्ट्री सोसायटी (बीएचएनएस) की भी मदद ली गई है। उत्तरी जिला के उप वन संरक्षक विपुल पाण्डेय ने आईएएनएस को बताया कि, तितलियां प्राकृतिक संतुलन को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। एक एकड़ में पार्क को विकसित किया गया है। पार्क में सेल्फी प्वाइंट भी बनाया गया है। इसके लिए रंग बिरंगी तितली का एक बड़ा डिजाइन तैयार किया गया है जो पार्क का आकर्षण का केंद्र है। पार्क में लोगों के आराम के लिए जगह-जगह बेंच लगाए जा रहे हैं। वहीं, पर्यटकों को धूप और बारिश से बचाने के लिए ग्रामीण इलाकों की तरह हट को भी बनाकर तैयार किया गया है। फिलहाल तितलियों का मौसम नहीं है सितंबर व अक्टूबर महीने में विभिन्न तरह की तितलियों को आसानी से देखा जा सकता है। उन्होंने कहा कि, पार्क में जाने के लिए कोई शुल्क नहीं देना पड़ता, बल्कि आपको अपनी जानकारी देनी होती है, ताकि विभाग यह जानकारी जुटा सके कि कितने लोग आ रहे हैं। जानकारी के अनुसार, पार्क में प्लेन टाइगर, कॉमन ग्रास यलो, मॉटल्ड एमिग्रेंट, कोमो, डार्क सेरुलियन, कॉमन एल्बाट्रॉस, स्ट्रीप्ड एल्बाट्रॉस, कॉमन शॉट सिल्वरलाइन व कॉमन माइम आदि तितलियां की प्रजातियां हैं। पार्क में एक नर्सरी भी विकसित की गई है। यहां फलदार और औषधीय पौधों में शामिल तुलसी, आंवला, पीपल, अर्जुन, इमली, बहेड़ा समेत अन्य पौधे लगे हुए हैं। --आईएएनएस एमएसके/एएनएम

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