पुनर्गठित तमिलनाडु वन्यजीव बोर्ड के अध्यक्ष होंगे सीएम स्टालिन
चेन्नई, 13 अप्रैल (आईएएनएस)। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन पुनर्गठित तमिलनाडु वन्यजीव बोर्ड के अध्यक्ष होंगे, और राज्य के वन मंत्री आर. रामचंद्रन उपाध्यक्ष होंगे। वन्य जीवन के लिए राज्य बोर्ड (एसबीडब्ल्यूएल) वन्यजीव परियोजनाओं के प्रभावी कार्यान्वयन और परियोजना क्षेत्रों के वैज्ञानिक प्रबंधन में शामिल होगा। वन्यजीव (संरक्षण) अधिनियम 1972 की धारा 6 के तहत बोर्ड का कार्यकाल दो साल का होगा। पिछले बोर्ड का कार्यकाल नवंबर 2021 में समाप्त हुआ था। पुनर्गठित बोर्ड में विधायक एन. एरामाकृष्णन, टी. उदयसूर्यन, आई.पी. सेंथिलुमर, स्टेशन कमांडर, भारतीय सेना, चेन्नई, राज्य के डीजीपी, संरक्षणवादी, पर्यावरणविद, जीवविज्ञानी, और राज्य भर में अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के सदस्य शामिल हैं। प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं मुख्य वन्य जीव वार्डन बोर्ड के सदस्य सचिव होंगे। बोर्ड वन्यजीवों और निर्दिष्ट पौधों की सुरक्षा और संरक्षण के लिए नीतियां तैयार करेगा। यह खुद को संरक्षित क्षेत्रों के रूप में स्थानों के चयन और प्रबंधन में भी शामिल करेगा। कोयंबटूर स्थित एक गैर सरकारी संगठन ओसाई के संस्थापक के. कालिदास ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा कि मैं राज्य सरकार को खासकर पश्चिमी तमिलनाडु में मानव, जंगली जानवरों के संघर्ष को कम करने और जंगली हाथियों के हमलों में होने वाली मौतों को रोकने के लिए कदम उठाने का सुझाव दूंगा। उन्होंने यह भी कहा कि वन्य जीवों और वनों की सुरक्षा के लिए पर्यावरणविदों, जीवविज्ञानियों और वन अधिकारियों के अलावा आम जनता का समर्थन भी अधिक महत्वपूर्ण है। --आईएएनएस एमएसबी/एसकेके