सीएम सोनोवाल ने ओएनजीसी के तीन कर्मचारियों के अपहरण पर जतायी चिंता
-सोनोवाल ने मुख्य सचिव और डीजीपी को तत्काल कदम उठाने के दिये निर्देश गुवाहाटी, 21 अप्रैल (हि.स.)। मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल ने बुधवार को ओएनजीसी के तीन कर्मचारियों डिमौ के मोहिनी मोहन गोगोई, बरहोला के रितुल सैकिया और जोरहाट के अलकेश सैकिया के अज्ञात अपराधियों द्वारा अपहरण किए जाने पर गहरी चिंता व्यक्त की। उन्होंने इस संबंध में राज्य के मुख्य सचिव जिष्णु बरूवा और डीजीपी भास्कर ज्योति महंत के साथ तत्काल बैठक की। एडीजीपी (लॉ एंड ऑर्डर) जीपी सिंह मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद घटना वाले क्षेत्र में पहुंच चुके हैं और जांच शुरू कर दिया है। ज्ञात हो कि ओएनजीसी के तीनों कर्मचरियों का बुधवार की तड़के लगभग 03 बजे लाकुआ स्थित ओएनजीसी के ग्रुप गैदरिंग सेंटर (जीजीएस) नंबर 08 से अपहरण कर लिया गया। सूत्रों के अनुसार इस अपहरण के पीछे परेश बरुवा वाले प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट आफ असम (उल्फा) स्वाधीन (स्व) और नगालैंड के एनएससीएन (खापलांग) गुट के हाथ होने की संभावना जतायी जा रही है। उल्लेखनीय है कि पिछले वर्ष भी दिसम्बर माह में उल्फा (स्व) ने अरुणाचल प्रदेश से तेल व गैस की खोज में जुटी एक निजी कंपनी के दो अधिकारियों का अपहरण किया था। तीन महीने की लंबी बातीचत के बाद दोनों को उल्फा ने रिहा किया था। माना जा रहा है कि इस बार भी इस अपहरण में उक्त दोनों उग्रवादी संगठनों का हाथ है। खबर लिखे जाने तक उग्रवादियों या जिस किसी संगठन ने अपहरण किया है, अपनी डिमांड सरकार के सामने जारी नहीं किया है। बावजूद शक की सूई उल्फा (स्व) और एनएससीएन (के) की ओर घूमी हुई है। हिन्दुस्थान समाचार/ अरविंद