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तारापुर के शहीद स्मारक पार्क का सीएम नीतीश ने किया उद्घाटन, प्रत्येक 15 फरवरी को होगा राजकीय समारोह आयोजित

पटना, 15 फरवरी (आईएएनएस)। स्वतंत्रता संग्राम में 15 फरवरी 1932 में शहीद हुए रणबांकुरों की याद में मंगलवार को बिहार के मुंगेर के तारापुर में बनाए गए शहीद स्मारक का उद्घाटन बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने वीडियो कांंफ्रेंसिंग के जरिए किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता संग्राम में बिहार के तारापुर में एक साथ 34 लोग शहीद हुए थे। उन्होंने प्रत्येक वर्ष 15 फरवरी को तारापुर शहीद स्मारक पर राजकीय समारोह आयोजित करने की भी घोषणा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि तारापुर के शहीद स्मारक का उद्घाटन हुआ है और शहीद पार्क तथा पुराने थाना परिसर में पार्क विकास कार्य का लोकार्पण किया गया है। देश के स्वाधीनता इतिहास में जालियांवाला बाग की ऐतिहासिक घटना के समकक्ष तारापुर गोली कांड को देखा जाता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मन की बात में भी तारापुर के शहीदों की चर्चा की गयी थी। मुख्यमंत्री ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि 13 फरवरी 1932 को सुपौर के जमुआ गांव में निर्णय लिया गया और मदन गोपाल सिंह के नेतृत्व में 5 स्वयं सेवकों का धावा दल गठित किया गया। 14 फरवरी को लोग धावा दल के साथ तारापुर पहुंचे और 15 फरवरी 1932 को इनलोगों ने धावा बोल दिया। इसके बाद पुलिस द्वारा लाठीचार्ज कर दी गई। सबलोग भागने लगे लेकिन मदन गोपाल सिंह ने अपनी जेब में रखे झंडे को थाने पर फहरा दिया। इस दौरान वहां उत्साहित लोगों ने पुलिस पर पथराव कर किया, जिससे जिलाधिकारी का सिर फट गया। जिलाधिकारी ने 75 चक्र गोली चलाने का आदेश दिया, जिसमें 34 लोग शहीद हो गए। इनमें 13 लोगों के नाम का ही पता चल पाया। मुख्यमंत्री ने कहा कि तारापुर की यह घटना स्वतंत्रता संग्राम के लिए महत्वपूर्ण है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अमर शहीदों की मूर्तियों को लगाने का निर्णय किया गया और 7 सितंबर 2018 से मूर्ति का निर्माण कार्य शुरू किया गया। उन्होंने कहा कि 90 वर्ष पूर्व 15 फरवरी 1932 को यह घटना घटित हुई थी, जिसमें 34 लोग शहीद हुए थे। आज 15 फरवरी के दिन ही अमर शहीदों की मूर्ति का लोकार्पण हुआ है। मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन 21 अमर शहीदों के नाम का पता नहीं चल सका उन अज्ञात शहीदों की सांकेतिक मूर्ति निर्माण करने का निर्णय लिया गया। थाना परिसर को भी विकसित करने का निर्णय लिया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वतंत्रता संग्राम में बिहार के तारापुर में एक साथ 34 लोग शहीद हुए थे। अब प्रत्येक वर्ष 15 फरवरी को तारापुर शहीद स्मारक पर राजकीय समारोह आयोजित किया जाएगा, जिससे नई पीढ़ी को इन सब चीजों की जानकारी हो सके और लोगों को गौरव महसूस हो। --आईएएनएस एमएनपी/एएनएम

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