cisf-to-soon-install-body-scanners-at-major-airports
cisf-to-soon-install-body-scanners-at-major-airports

सीआईएसएफ प्रमुख हवाईअड्डों पर जल्द ही बॉडी स्कैनर लगाएगा

नई दिल्ली, 20 मार्च (आईएएनएस)। केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) दिल्ली और मुंबई समेत देश के प्रमुख हवाईअड्डों पर बॉडी स्कैनर लगाने जा रहा है। अधिकारियों के अनुसार, हाल ही में दिल्ली, बेंगलोर, कोचीन, हैदराबाद, पुणे और चेन्नई हवाईअड्डों पर बॉडी स्कैनर का ट्रायल रन किया गया था, जिसमें कुछ कमियां देखी गई थीं। उन्होंने कहा, अब, नागरिक उड्डयन सुरक्षा ब्यूरो (बीसीएएस) ने फुल बॉडी स्कैनर के परीक्षण निर्देशों और परीक्षण प्रोटोकॉल की जांच, मूल्यांकन और सिफारिश करने के लिए एक तकनीकी उप-समिति का गठन किया है। सीआईएसएफ के अधिकारियों ने यह भी कहा कि उसने दो तकनीकों का परीक्षण किया है - बैकस्कैटर एक्स-रे और मिलीमीटर वेव तकनीक और बल ने इससे कम विकिरण के कारण बाद वाले को अपनाने का फैसला किया है। हालांकि, महामारी ने स्थापना प्रक्रिया में देरी की और अब यह हितधारकों की सर्वोच्च प्राथमिकता है। सीआईएसएफ ने बॉडी वॉर्न कैमरा का ट्रायल रन भी किया है जो दिल्ली और मुंबई हवाईअड्डों पर आयोजित किया गया था। यह कैमरा हवाईअड्डों पर सीआईएसएफ कर्मियों और यात्री के बीच बातचीत को रिकॉर्ड करेगा। फोर्स ने केबिन बैगेज के लिए नवीनतम स्कैनिंग मशीनों का परीक्षण भी किया है, जिन्हें सीटी-एक्सबीआईएस (कम्प्यूटेड टोमोग्राफी) के रूप में जाना जाता है। यह एक्स-रे मशीन या डिवाइस उन्नत एक्सप्लोसिव डिटेक्शन सिस्टम (ईडीएस) के साथ कंप्यूटेड टोमोग्राफी (सीटी) इमेजिंग सिस्टम को जोड़ती है, जो हवाईअड्डों पर जांच की जा रही वस्तु की बढ़ी हुई, वास्तविक समय, उच्च रिजॉल्यूशन और तीन आयामी छवियां प्रदान करती है। अधिकारियों ने कहा कि इसमें सामान में छुपाए गए विस्फोटकों का सटीकता के साथ पता लगाने की सुविधा है और यह स्पष्ट और तेज छवियों को प्रदर्शित करके इसे उजागर कर सकता है। डिजी यात्रा नामक हवाईअड्डों पर यात्रियों के बायोमेट्रिक आधारित डिजिटल प्रसंस्करण पर नागरिक उड्डयन मंत्रालय के निर्देश के बाद मुंबई, वाराणसी और बेंगलोर हवाईअड्डों पर डिजी यात्रा की एक पायलट परियोजना आयोजित की गई थी। डिजी यात्रा यात्रियों के लिए निर्बाध यात्रा अनुभव को बढ़ाने और साथ ही साथ सुरक्षा में सुधार करने के लिए एक जुड़े पारिस्थितिकी तंत्र की परिकल्पना करेगी। सीआईएसएफ बैक्स के साथ चेहरे की पहचान प्रणाली स्थापित करने की योजना बना रही है और डिजी यात्रा का ट्रायल रन हैदराबाद, बेंगलोर और दिल्ली हवाईअड्डों पर आयोजित किया गया है। अधिकारियों ने यह भी कहा कि सीआईएसएफ कुछ स्थानों पर यात्रियों के लिए एक्सप्रेस सुरक्षा जांच सुविधा पर भी काम कर रही है। इस प्रणाली के तहत, केवल हैंड बैगेज के साथ यात्रा करने वाले यात्रियों को चेक-इन क्षेत्र में जाने की जरूरत नहीं होती, बल्कि सीधे प्री-एम्बार्केशन सिक्योरिटी चेक (पीईएससी) क्षेत्र में जाने की जरूरत होती है। अधिकारियों ने बताया कि यह ई-एक्सप्रेसवे कॉरिडोर जल्द ही सीआईएसएफ के तहत सभी हवाईअड्डों पर लागू किया जाएगा। सीआईएसएफ वर्तमान में संयुक्त उद्यम और सार्वजनिक-निजी भागीदारी संचालित हवाईअड्डों सहित 64 हवाईअड्डों पर सुरक्षा प्रदान कर रही है। --आईएएनएस एचके/एसजीके

Related Stories

No stories found.
Raftaar | रफ्तार
raftaar.in