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छत्तीसगढ़: सुरक्षाबल के जवानों एवं भूतपूर्व सैनिकों से दक्षता के अनुरूप शासन-प्रशासन का सहयोग करने का आह्वान

- राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री ने सुरक्षा बलों, भूतपूर्व सैनिकों और एनसीसी कैडेट्स से किया संयुक्त आह्वान - राज्य में कोरोना नियंत्रण एवं जरूरतमंदों की मदद को लेकर वर्चुअल बैठक रायपुर, 28 अप्रैल (हि.स.)। राज्यपाल अनुसुईया उइके की अध्यक्षता में बुधवार शाम को आयोजित वर्चुअल बैठक में छत्तीसगढ़ राज्य में तैनात सुरक्षाबल की विभिन्न बटालियन के प्रमुखों, राज्य सैनिक कल्याण बोर्ड तथा एनसीसी के अधिकारियों से राज्य में कोरोना संक्रमण की स्थिति, नियंत्रण एवं बचाव के उपायों सहित पीड़ित एवं जरूरतमंद लोगों की मदद को लेकर विस्तार से चर्चा की गई। बैठक में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू, प्रमुख सचिव अमिताभ जैन, डीजीपी डी.एम. अवस्थी, अपर मुख्य सचिव गृह सुब्रत साहू मौजूद थे। राज्यपाल अनुसूईया उइके ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए सबको एकजुट होकर काम करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि कोरोना की इस लड़ाई में सुरक्षाबल के जवान, भूतपूर्व सैनिक और एनसीसी के कैडेट्स किस तरह अपनी सार्थक भूमिका निभा सकते हैं, इसी उद्देश्य से यह बैठक आहूत की गई है। उन्होंने सुरक्षाबल के जवानों एवं भूतपूर्व सैनिकों से अपनी दक्षता के अनुरूप शासन-प्रशासन का सहयोग करने का आह्वान किया। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बैठक को संबोधित करते हुए राज्य में कोरोना संक्रमण की स्थिति और इसकी रोकथाम तथा पीड़ितों के उपचार के लिए छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ एवं विस्तारित करने के संबंध में किए जा रहे प्रयासों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि कोविड संक्रमण को देखते हुए हॉस्पिटल, आईसीयू, वेंटिलेटर, ऑक्सीजन बेड आदि की संख्या में तेजी से बढ़ोत्तरी की गई है। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर सुरक्षाबल के जवानों, भूतपूर्व सैनिकों एवं एनसीसी के कैडेट्स से स्वयं, अपने परिवार एवं आस-पास के लोगों को कोरोना संक्रमण से सुरक्षित रखने के लिए कोविड नियम का पालन सुनिश्चित करने के साथ ही 18 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को एक मई से शुरू हो रहे कोरोना टीका महाअभियान में टीका लगवाने के लिए प्रेरित करने तथा 45 वर्ष से अधिक उम्र के छूटे हुए लोगों के टीकाकरण में सहभागिता निभाने की अपील की। मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि रेमडेसिविर की कालाबाजारी अथवा हॉस्पिटल की मनमानी तथा बाहर से आने वालों की सूचना भी स्थानीय प्रशासन को देने में आप सबके सहयोग की जरूरत है। उन्होंने एनसीसी के कैडेट्स से सोशल मीडिया प्लेटफार्म के जरिए कोरोना की रोकथाम, वैक्सीनेशन एवं प्रोटोकॉल के बारे में लोगों को जागरूक करने तथा नकारात्मक सूचनाएं पोस्ट करने वाले लोगों को रोकने और समझाईश देने की बात कही। गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में कोरोना महामारी की रोकथाम और पीड़ितों की सेवा के लिए हर संभव व्यवस्था की जा रही है। राज्य में इसके लिए फंड की कमी नहीं है। उन्होंने पुलिस कर्मियों द्वारा इस महामारी से बचाव के लिए किए जा रहे प्रयासों की जानकारी दी। बैठक के दौरान पुलिस महानिदेशक डी.एम. अवस्थी, डीजी नक्सल ऑपरेशन अशोक जुनेजा, सीआरपीएफ के आईजी प्रकाश डी., आईटीबीपी के आईजी संजीव राणा, सीआईएसएफ, बीएसएफ, राज्य सैनिक कल्याण बोर्ड, एसएसडी के प्रमुख ने जवानों के टीकाकरण, क्वारंटीन सेंटर, उपचार आदि की व्यवस्था के बारे में जानकारी दी। एनसीसी के डिप्टी कमाण्डर ने बताया कि राज्य में 8 हजार सीनियर कैडेट्स हैं। उन्होंने कहा कि प्राथमिकता से इनका वैक्सीनेशन कराए जाने का आग्रह किया, ताकि इनकी सेवाएं कोरोना पीड़ितों की मदद के लिए ली जा सके। हिन्दुस्थान समाचार /केशव शर्मा

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