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केंद्र ने स्टार्टअप्स से बाजरा के लिए मूल्य श्रृंखला बढ़ाने का आग्रह किया

नई दिल्ली, 19 फरवरी (आईएएनएस)। केंद्र ने शनिवार को सभी स्टार्टअप्स से आग्रह किया कि वे उत्पादक समुदायों को साथ लेकर चलने के लिए एक समावेशी ढांचा बनाएं और बाजरा के लिए मूल्य श्रृंखला को आगे बढ़ाएं। कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव अभिलक्ष लिखी ने कहा, हम स्टार्टअप्स और किसान उत्पादक संगठनों (एफपीओ) से न केवल घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय बाजारों से जुड़ने के लिए बाजरा की मूल्य श्रृंखला को बढ़ाने में मदद करने का आग्रह करते हैं, बल्कि एक समावेशी ढांचा भी तैयार करते हैं, जहां हम उत्पादक समुदायों को साथ ले जाते हैं। लिखी एक्सपो 2020 दुबई में इंडिया पवेलियन में चल रहे खाद्य, कृषि और आजीविका पखवाड़े के हिस्से के रूप में आयोजित इंडिया : मिलेट्स प्रोडक्शन एंड अप स्केलिंग वैल्यू चेन नामक एक सेमिनार में बोल रहे थे। मंत्रालय द्वारा जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों और क्षेत्र के विशेषज्ञों ने सत्र के दौरान देश की निर्यात क्षमता को बढ़ाने के लिए बाजरा उत्पादन और प्रसंस्करण करने वाले भारतीय उद्योग के खिलाड़ियों के अवसरों पर विचार-विमर्श किया। संयुक्त राष्ट्र महासभा ने भारत द्वारा प्रायोजित और 70 से अधिक देशों द्वारा समर्थित 2023 को बाजरा के अंतर्राष्ट्रीय वर्ष के रूप में घोषित किया है, जिसका उद्देश्य अनाज के स्वास्थ्य लाभों और बदलती जलवायु परिस्थितियों में खेती के लिए इसकी उपयुक्तता के बारे में जागरूकता बढ़ाना है। न्यूट्रीहब के सीईओ बी. दयाकर राव ने बाजरा के पोषण सुरक्षा पहलू को रेखांकित करते हुए कहा, बाजरा मोटापा और कुपोषण को कम कर सकता है। यह विटामिन, खनिज और फाइटोकेमिकल्स पर अच्छी तरह से चिह्न्ति है और यह उच्च रक्तचाप, पेट के कैंसर और हृदयरोगों को मात देने में भी मदद करता है। यह शरीर में मौजूद ट्राइग्लिसराइड्स को भी कम करता है। अब अंतर्राष्ट्रीय बाजरा वर्ष की शुरुआत के साथ भारत अन्य देशों के साथ सर्वोत्तम प्रथाओं, प्रौद्योगिकियों, बाजरा की अच्छाई और स्थापित मूल्यों और अनुभव को साझा करके दुनिया का नेतृत्व करने के लिए तैयार है। खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय में आर्थिक सलाहकार, कुंतल सेनसरमा ने इस क्षेत्र में नीतिगत प्रोत्साहन के बारे में बात करते हुए कहा : इस साल के बजट के लिए केंद्रीय वित्त मंत्रालय को हमारे दो सुझावों को इस क्षेत्र को मजबूत करने के लिए स्वीकार किया गया है और आवश्यक नीतिगत वातावरण तैयार करें। एक प्रमुख कार्यक्रम संबंधी हस्तक्षेपों के आधार पर 2023 के लिए अंतर्राष्ट्रीय बाजरा वर्ष के संदर्भ में था और दूसरा पीएलआई योजना और सूक्ष्म उद्यमों की औपचारिकता पर आधारित था। --आईएएनएस एसजीके/एएनएम

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