जानिए पृथ्वी पर ऐसी जगह जहां दिखता है तारों का सबसे अच्छा नज़ारा
जानिए पृथ्वी पर ऐसी जगह जहां दिखता है तारों का सबसे अच्छा नज़ारा

जानिए पृथ्वी पर ऐसी जगह जहां दिखता है तारों का सबसे अच्छा नज़ारा

जानिए पृथ्वी पर ऐसी जगह जहां दिखता है तारों का सबसे अच्छा नज़ारा चांद तारे दुनिया में लोगों को शुरू से ही आकर्षित करते रहे हैं। उन्हें आकाश में निहारने का शौक रखने वाले लोग ऐसी जगह की तलाश में रहते हैं जहां से वे रात को साफ आसमान देख सकें। आमतौर पर ऐसी जगह ऊंचाइयों पर होती है जहां हवा, प्रदूषण न हो और आसामान साफ दिखे। एलआईसी ने नए प्रीमियम से कमाया 1.78 लाख करोड़ नए अध्ययन ने खगोलविदों के लिए पृथ्वी पर ही ऐसी जगह खोज निकाली है जहां रात को आसमान में तारों के सबसे बढ़िया नजारा दिखता है जो पृथ्वी पर और कहीं नहीं दिखाई देता है। यह जगह किसी ऊंची पर्वत श्रृंखला पर नहीं बल्कि अंटार्कटिका का एक पठार (Plateau) है जिसे डोम ए कहते हैं। चीन, ऑस्ट्रेलिया और ब्रिटिश कोलंबिया यूनिवर्सिटी (UBC) के शोधकर्ताओं की एक टीम ने इस पर अध्ययन किया है कि पृथ्वी से तारों का नजारा सबसे बढ़िया कहां दिखाई देता है। यह शोध नेचर जर्नल में प्रकाशित हुआ है। शोधकर्ताओं का दावा है कि डोम ए दुनिया की सबसे ठंडी और आम लोगों से सबसे दूर जगहों में से एक है। यह जगह रात को तारे देखने के लिए सबसे साफ नजारा देती है। इसकी वजह के बारे में शोध बताता है कि इसकी ऊंचाई, कम तापमान, लंबे समय तक के लिए अंधेरा रहना ऐसे कारण है जो उसे तारों के अवलोकन के लिए सर्वोचित बनाते हैं। इस जगह का वायुमंडल काफी स्थिर है। शोध में सलाह दी गई है कि इस जगह पर यदि टेलीस्कोप लगाया जाए तो यहां के कई धुंधले पिंडों का भी अवलोकन किया जा सकता है। वायुमंडल की इसी हलचल की वजह से तारों में टिमटिमाहट दिखाई देती है। इसकी वजह से जो व्यवधान होता है, उसके प्रभाव की मापन को ही दृष्टिबोध यानि seeing कहते हैं। यूबीसी के खगोलविद बिन मा, जो कि इस शोध के प्रमुख लेखक भी हैं, ने कहा, “डोम ए के ऊपर वायुमंडल की पतली परत है जिसकी वजह से वहां टेलीस्कोप रखना कम चुनौतीपूर्ण होगा। इससे साफ वायुमंडल मिलेगा। यहां प्रदूषित वायु नहीं मिलती है और धूल के होने की तो कतई संभावना नहीं है क्योंकि पूरा इलाका बर्फ से ढंका है। इस जगह की उपयुक्तता होने के बाद भी यहां टेलीस्कोप होने की वजह स्पष्ट है. यहां पर इंसान के लिए रहना बहुत मुश्किल है। यहां वैज्ञानिक कुछ समय के लिए तो आ सकते हैं, लेकिन लंबे समय के लिए नहीं. इसके अलावा यहां पर एक वेधशाला बनाना बहुत खर्चीला होगा और उससे भी समस्याकारक यहां पर उसका रखरखाव करना होगा। वैसे भी अब वैज्ञानिक अंतरिक्ष में ही टेलीस्कोप ले जाने की तैयारी कर रहे हैं नासा अपने वेब (Webb) इंफ्रारेड टेलीस्कोप जल्दी ही प्रक्षेपित करने जा रहा है जो अंतरिक्ष में रहकर इंफ्रारेड तरंगों का अवलोकन करेगा। Thank You, Like our Facebook Page - @24GhanteUpdate 24 Ghante Online | Latest Hindi News-24ghanteonline.com

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