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थ्रीक्काकारा उपचुनाव के प्रचार में गूंजा अभिनेत्री के अपहरण का मामला

कोच्चि, 24 मई (आईएएनएस)। केरल के थ्रीक्काकारा विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव होने में सिर्फ एक हफ्ता बचा है। ऐसे में राजनीति पार्टियां जोरो-शोरो से चुनाव प्रचार कर रही है। इस बीच 2017 के अभिनेत्री अपहरण मामले की गूंज सुनाई देने लगी है। सोमवार को, मामले की पीड़िता ने पिनाराई विजयन सरकार पर आरोपी अभिनेता दिलीप और उनके सहयोगियों की मदद करने का आरोप लगाया है। वही विपक्ष के नेता वी.डी.सतीसन ने आरोप लगाया कि कुछ माकपा नेता दोषियों को बाहर निकालने के लिए खेल खेल रहे हैं। माकपा नेताओं पर दोहरा खेल खेलने का आरोप लगाते हुए कांग्रेस उम्मीदवार उमा थॉमस ने कहा कि महिलाओं की सुरक्षा के बारे में उनकी बातें महज एक दिखावा है। उमा ने कहा, मुझे याद है कि पीटी थॉमस (उनके पति और थ्रीक्काकारा से दो बार के कांग्रेस विधायक जिनका पिछले साल दिसंबर में निधन हो गया था) ने मुझसे कहा था कि यह मामला कहीं भी नहीं पहुंचेगा। मुझे विश्वास है कि मेरे निर्वाचन क्षेत्र का प्रत्येक मतदाता इस मामले में अचानक हुए घटनाक्रम पर पैनी नजर रख रहा है और यह उनके दिमाग में है। कांग्रेस के मुताबिक, घटना के बाद पीड़िता जब अभिनेता, निर्माता, निर्देशक लाल के घर पहुंची तो थॉमस भी वहां मौजूद थे। उन्होंने अभिनेत्री को सांत्वना दी। चलती कार में इस घिनौनी वारदात को अंजाम देने वाले आरोपी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस को बुलाया गया। बाद में, आठवें आरोपी, जो अब जमानत पर रिहा दिलीप को गिरफ्तार किया गया। कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूडीएफ इस मामले को जमकर उठा रही है। ऐसे में माकपा के शीर्ष नेता सक्रिय हो गए हैं। इसका जवाब देते हुए, उपचुनाव की कमान संभालने वाले वाम संयोजक ईपी जयराजन ने कांग्रेस की खिंचाई की। जयराजन ने कहा, कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूडीएफ चुनाव के समय गंदे आरोप लगाने के लिए जानी जाती है। हर कोई जानता है कि कौन सा राजनीतिक दल किसकी मदद कर रहा है। पीड़िता ने अपनी याचिका में आरोप लगाया कि जब क्राइम ब्रांच की टीम आगे की जांच के लिए 30 मई को अपनी रिपोर्ट सौंपने वाली थी, तब बड़े पैमाने पर राजनीतिक हस्तक्षेप हुआ था। पीड़िता ने कहा कि दिलीप को 2017 में गिरफ्तार किया गया था, लेकिन अब चीजें उलट-पुलट हो गई हैं। उसके पास न्याय पाने का कोई दूसरा रास्ता नहीं है, इसलिए वह उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटा रही है। पीड़िता को पिछले महीने उस समय झटका लगा था जब क्राइम ब्रांच के प्रमुख डीजीपी एस.श्रीजीत को हटा दिया गया था और उनकी जगह एक नया अधिकारी नियुक्त किया गया था। बताया जा रहा है कि यह सब विजयन के नए राजनीतिक सलाहकार पी. शसी के कहने पर हुआ था। --आईएएनएस पीके/एएनएम

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