फर्रुखाबाद : होटलों में बनेंगे कोविड केअर सेंटर

फर्रुखाबाद : होटलों में बनेंगे कोविड केअर सेंटर
फर्रुखाबाद : होटलों में बनेंगे कोविड केअर सेंटर

- मरीजों को खुद देना होगा रहने खाने का खर्च चन्द्रपाल सिंह सेंगर फर्रुखाबाद,20 जुलाई (हि.स.)। कोविड-19 संक्रमित ऐसे लक्षण विहीन रोगियों व अत्यंत धीमे लक्षण वाले मरीज जो बेहतर सुविधा चाहते हैं तथा इन सुविधाओं हेतु व्यय करने की क्षमता भी रखते हैं। ऐसे मरीजों के लिए निजी होटलों में जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग द्वारा कोविड-19 केयर सेंटर के रूप में सशर्त संचालित किया जाएगा। प्रदेश सरकार के अपर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद ने जिलाधिकारी व मुख्य चिकित्साधिकारी को इस सम्बंध में निर्देश दिए हैं । इसमें कहा है कि तमाम ऐसे लोग हैं जो कोरोना पाजटिव हैं। मगर काफी कम लक्षण है। वह एल-1 अस्पतालों में सुविधा न होने से बीमारी छिपा रहे हैं। इन्हें अच्छी सुविधाएं देने को होटलों में एल-1 प्लस कोविड-19 केयर सेंटर खोले जाएंगे। जहां का खर्च मरीजों से लिया जायेगा। डबल बेड रूम के दो हजार रुपये और सिंगल बैडरूम के 15 सौ रुपये प्रतिदिन के हिसाब से तय किए गए हैं। हालांकि एल-1 स्तर की इन सुविधाओं में साफ-सफाई की व्यवस्था का उत्तरदायित्व होटल का होगा अगर कोई मरीज की तबीयत बिगड़ने पर एल-2 या फिर एल-3 सुविधा वाले अस्पताल में शिफ्ट किया जाता है तो फिर होटल को उसकी जमा कराई गई अतिरिक्त धनराशि को मरीज को वापस करना होगा। इन लोगों को नहीं मिल सकेंगी चिकित्सा सुविधा होटल के केयर सेंटर में 65 वर्ष से अधिक उम्र के व्यक्तियों, गर्भवती महिलाओं, कोरोना संक्रमित होने के बावजूद किसी असाध्य रोग से ग्रसित रोगियों एवं अभिभावक रहित छोटे बच्चों को सेंटर में ठहरने की अनुमति नहीं होगी। उसी होटल या पास के होटल में रहेंगे स्वास्थ्य कर्मी जो भी स्टाफ काम करेगा उसे उसी होटल या पास के होटल में रहना होगा। प्रत्येक 8 घंटे की शिफ्ट में एक डॉक्टर (एमबीबीएस या आयुष) दो नर्सिंग एवं एक फार्मासिस्ट तैनात किया जाएगा। भुगतान को लेकर मरीज की स्थिति और सहमति सीएमओ देखेंगे। होटल में अधिकतम 25 प्रतिशत सिंगल बेड कमरे महिलाओं, छोटे बच्चों व 50 से 65 वर्ष के लोगों तथा शेष 75 प्रतिशत कमरे डबल रुम के हिसाब से दिए जाएंगे। मुख्य चिकित्साधिकारी डा.वंदना सिंह ने बताया कि इस संबंध में जिलाधिकारी से बात कर होटलों को चिन्हित किया जाएगा। उन्होंने कहा बुखार आने पर तुरंत जांच कराएं। कोरोना से मिलते जुलते जुलते लक्षण वाले मरीज अपना सैंपल कराने में देरी ना करें। संक्रमण रोकने के लिए यह बेहद जरूरी है। भयवश अब भी बीमारी को छुपाने की कोशिश करना बेहद नुकसानदेह साबित हो सकता है। हिन्दुस्थान समाचार-hindusthansamachar.in

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