bsf-kashmir-frontiers-asks-its-personnel-to-use-cycles-inside-official-premises
bsf-kashmir-frontiers-asks-its-personnel-to-use-cycles-inside-official-premises

बीएसएफ कश्मीर फ्रंटियर्स ने अपने कर्मियों को आधिकारिक परिसर के अंदर साइकिल का उपयोग करने के लिए कहा

नई दिल्ली, 13 अप्रैल (आईएएनएस)। स्वच्छ पर्यावरण के लिए पहल करते हुए सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने अपने कर्मियों को परिसर में स्थित कश्मीर फ्रंटियर एंड सब्सिडियरी ट्रेनिंग सेंटर (एसटीसी) स्थित अपने आवास से कार्यालय आने के लिए साइकिल का इस्तेमाल करने को कहा है। बीएसएफ कश्मीर फंट्रियर और एसटीसी के कार्यालय और आवासीय क्वार्टर एक ही परिसर में स्थित हैं। पिछले महीने जारी एक आधिकारिक आदेश के अनुसार, बीएसएफ के जवान निजी मोटरसाइकिलों और कारों से अपने क्वार्टर से कार्यालय तक आ रहे हैं, जिससे परिसर में अनावश्यक वायु और ध्वनि प्रदूषण होता है, जो न केवल परिसर में रहने वाले परिवार के सदस्यों के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है, बल्कि उनके स्वास्थ्य के लिए भी हानिकारक है। अनावश्यक ईधन जलाना मूर्खता है क्योंकि हम सभी जानते हैं कि हमारे पास सीमित हाइड्रोकार्बन भंडार हैं। हम इन स्वास्थ्य खतरों को कम कर सकते हैं और साइकिल की सवारी और पैदल चलने जैसे परिवहन के अधिक पर्यावरण अनुकूल साधनों को अपनाकर कीमती हाइड्रोकार्बन को बचाने में थोड़ा योगदान कर सकते हैं। कश्मीर फ्रंटियर्स के आईजी ने कहा, कार्यालय में आने वाले या परिसर क्षेत्र में घूमते समय कोई भी कर्मचारी मोटर चालित वाहनों का उपयोग नहीं करेगा। वे पैदल चलकर कार्यालय आ सकते हैं या साइकिल का उपयोग कर सकते हैं, जो परिसर को प्रदूषण मुक्त रखने के अलावा उनके स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद होगा। आधिकारिक आदेश में यह भी कहा गया है कि अगर कोई बिना किसी वैध कारण के कार्यालय में आने या परिसर क्षेत्र में घूमने के लिए मोटरसाइकिल या कारों का उपयोग करता पाया जाता है, तो उपरोक्त निर्देशों का उल्लंघन करने पर सख्त अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। बीएसएफ के कई अधिकारियों ने आदेश का स्वागत किया है और कहा है कि इससे कर्मियों को शारीरिक रूप से फिट रखने और पेट्रोलियम उत्पादों को बचाने जैसे उद्देश्यों की पूर्ति होगी। सभी केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल हरित पहल करने में सक्रिय रूप से भाग ले रहे हैं और पिछले दो सालों में करोड़ों से अधिक पौधे लगाए हैं। --आईएएनएस एसएस/एएनएम

Related Stories

No stories found.
Raftaar | रफ्तार
raftaar.in