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टाटा मेमोरियल हास्पिटल के लिए बॉम्बे डाइंग मिल परिसर में 100 फ्लैट का प्रबंध : आव्हाड

मुंबई, 23 जून (हि.स.)। महाराष्ट्र के गृह निर्माण मंत्री जीतेंद्र आव्हाड ने बताया कि टाटा मेमोरियल हॉस्पिटल में इलाज कराने आने वाले कैंसर रोगियों के रिश्तेदारों के अस्थायी आवास के लिए राज्य सरकार बॉम्बे डाइंग मिल परिसर में 100 फ्लैट का प्रबंध करेगी। आव्हाड ने बताया कि यह निर्णय मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की मौजूदगी में लिया गया है। राज्य सरकार महाराष्ट्र हाउसिंग एंड एरिया डेवलपमेंट अथारिटी (म्हाडा) के मार्फत इन फ्लैटों को टाटा मेमोरियल हॉस्पिटल को देगी। इन फ्लैटों के रखरखाव एवं इन्हें कैंसर मरीजों के रिश्तेदारों को आवंटित करने की जिम्मेदारी हॉस्पिटल की ही होगी। गृह निर्माण मंत्री आव्हाड ने टाटा मेमोरियल हास्पिटल के कैंसर मरीजों के रिश्तेदारों के लिए परेल इलाके के भोइवाड़ा स्थित एक सोसाइटी में 100 फ्लैट देने का निर्णय लिया था, लेकिन शिवड़ी क्षेत्र के शिवसेना विधायक अजय चौधरी ने स्थानीय निवासियों की आपत्ति के बाद मंत्री आव्हाड के इस निर्णय के खिलाफ मुख्यमंत्री ठाकरे को पत्र लिखा था। विधायक चौधरी ने पत्र में लिखा था कि जिस सोसाइटी में 100 फ्लैट टाटा मेमोरियल हॉस्पिटल को दिए गए हैं, वहां 700 परिवार रहते हैं। गृह निर्माण विभाग के निर्णय से सोसाइटी में डर का माहौल है, इसलिए इस निर्णय को रद्द किया जाना चाहिए। चौधरी ने बताया, “मैंने गृह निर्माण मंत्री को स्थानीय लोगों की आपत्तियों के बारे में कई बार जानकारी दी थी लेकिन इस पर ध्यान नहीं दिया गया। इसके बाद मैंने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से अनुरोध करते हुए पत्र लिखा। इसी वजह मुख्यमंत्री ने गृह निर्माण मंत्री आव्हाड के इस निर्णय पर रोक लगा दी है और मामले की जांच का आदेश दिया है।” मुख्यमंत्री ठाकरे के रोक लगाने के फैसले के बाद गृह निर्माण मंत्री आव्हाड ने उनसे संपर्क किया और इसके बाद मुख्यमंत्री की सहमति के बाद कैंसर रोगियों के रिश्तेदारों के लिए भोइवाड़ा की बजाए बॉम्बे डाइंग मिल परिसर में म्हाडा की ओर से 100 फ्लैट टाटा मेमोरियल हास्पिटल को देने का निर्णय लिया गया। आव्हाड ने बताया कि कैंसर पीड़ित उनकी मां का 27 दिनों तक इलाज के बाद देहांत हो गया था। इसी वजह से वे कैंसर पीड़ितों की हर समस्या नजदीक के जानते हैं। इस मामले में उनका निजी स्वार्थ कुछ भी नहीं है। हिन्दुस्थान समाचार/राजबहादुर

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