इतिहास बनाने के बेहद करीब अनीता कुंडू, खराब मौसम बना रोड़ा

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नई दिल्ली ,13 मई (हि.स.)। विश्व विख्यात पर्वतारोही अनीता कुंडू माउंट ल्होत्से के बहुत करीब पहुंच गईं थीं पर अचानक खराब मौसम ने उनका रास्ता रोक लिया जिससे उन्हें पीछे हटने के लिए मजबूर होना पड़ा। फिलहाल कुंडू कैंप नम्बर चार में आ गई हैं। जानकारी के अनुसार इस यात्रा के दौरान कई बार हुआ जब अनीता समेत दूसरे पर्वतारोहियों की जान संकट में फंस गई क्योंकि वहां हालात बहुत खराब हैं। अभी उनके बारे में कुछ भी नहीं कहा जा सकता। अनीता का परिवार उनकी पूरी टीम लगातार कंपनी से संपर्क बनाए हुए है, लेकिन अभी तक अनीता से बात नहीं हो पाई है। वहीं इस दौरान दो पर्वतारोहियों को जिंदगी से हाथ धोना पड़ा है जो एवरेस्ट फतह करके लौट रहे थे। इनमें एक स्विट्जरलैंड से अब्दुल वारीचा और एक अमेरिका से पूवेल लियू थे। लोगों ने उन्हें बचाने के लिए एक्स्ट्रा ऑक्सीजन भी दी, हर तरह से उनकी मदद की पर उनको नहीं बचा पाए। अनीता के परिवार जनों ने बताया कि एवरेस्ट और ल्होट्से में 8000 मीटर तक समान रूप से कैंप लगते हैं। जब मौसम खराब हुआ अनीता 8200 मीटर ऊंचाई पर थीं, गुरुवार सुबह वे शिखर में होती पर खराब मौसम ने उनकी मुसीबतों को बढ़ा दिया और उनको थोड़ा नीचे आना पड़ा। हलांकि अनीता अभी भी सुरक्षित ज़ोन में नहीं हैं। अनीता 10 अप्रैल को नेपाल गई थी, उन्होंने 21 अप्रैल को नेपाल की 6119 मीटर ऊंची चोटी माउंट लोबुचे को फतह किया था। वहां से नीचे आने के बाद दूसरी तरफ एवरेस्ट ल्होत्से के बेस कैंप में पहुंची जिसकी ऊंचाई 5400 मीटर है। यहां से अनीता ने सफल रोटेशन किया और वे 7300 मीटर तक जाकर बेस कैंप लौट आईं। उल्लेखनीय है कि अनीता 12 साल से पर्वतारोहण के साहसिक खेल को खेल रही हैं। उन्होंने हिंदुस्तान की अनेकों चोटियों को फतह करते हुए दुनिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट को तीन बार फतह किया है। वे नेपाल और चीन दोनों ही रास्तों से माउंट एवरेस्ट को फतह करने वाली हिंदुस्तान की प्रथम बेटी है। उन्होंने सभी महाद्वीपों के ऊंचे शिखरों को भी फतह किया है। अंटार्कटिका की सबसे ऊंची चोटी विनसन मासिफ, अफ्रीका की सबसे ऊंची चोटी किलिमंजारो, यूरोप के सबसे ऊंचे शिखर एल्बर्स, दक्षिण अमेरिका की एकोनकागुआ, ऑस्ट्रेलिया की कार्सटेंस पिरामिड शिखर को भी फतह किया। उत्तरी अमेरिका की देनाली पर भी उन्होंने संघर्ष किया। माउंट एवरेस्ट के समान ही माउंट मनास्लू को भी अनीता ने फतह किया है। हिन्दुस्थान समाचार/ श्वेतांक

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