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नहीं रद्द होंगे कृषि कानून, बातचीत से विवाद हल करें किसान:कटारिया

एसवाईएल पर अमरिंदर नहीं गंभीर, राजनीति छोड़ जनहित को देखें सुखविंदर सिंह पंचकूला, 01 मार्च। केंद्रीय जल शक्ति राज्य मंत्री रतनलाल कटारिया ने साफ कहा है कि कृषि कानून किसी भी सूरत में वापस लिए जाएंगे। क्योंकि यह पूरी तरह से किसानों के हित में हैं। कटारिया ने सोमवार को पंचकूला में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि किसान अन्नदाता है और कोई भी सरकार किसी भी कीमत पर किसानों के खिलाफ कोई कानून बनाने की हिम्मत नहीं रखती। मोदी सरकार ने जो तीन कृषि कानून बनाए हैं वह तीनों किसान हितेषी हैं, इससे किसानों की आमदनी दोगुणी होगी। कटारिया ने कहा कि यह कानून वापस तों नहीं होंगे अलबत्ता किसान जब चाहें आकर बातचीत कर सकते हैं। किसानों की प्रत्येक शंका का समाधान किया जाएगा। अगर किसान कमी बताने में कामयाब रहते हैं सरकार उस कमी को दूर करते हुए कानून में बदलाव लाएगी। कोई भी कानून स्थाई नहीं होता है उसमें समय व मांग के अनुसार बदलाव किया जाता रहता है। एसवाईएल के मुद्दे पर पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह पर कटाक्ष करते हुए केंद्रीय राज्य मंत्री ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के बाद दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों की वर्चुअल बैठक हो चुकी है। जिसमें विभाग का राज्य मंत्री होने के नाते वह भी शामिल थे। इस बैठक में तय हुआ था कि आगामी बैठक दो सप्ताह के भीतर चंडीगढ़ में बुलाई जाएगी लेकिन अभी तक पंजाब के मुख्यमंत्री ने इस मामले में कोई गंभीरता नहीं दिखाई है। कटारिया ने कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री को इस मुद्दे पर राजनीति करने की बजाए प्रदेश के हितों को ध्यान में रखना चाहिए। हिन्दुस्थान समाचार

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