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हरियाणा में कृषि रसायनों के सुरक्षित उपयोग को सुनिश्चित करने के लिए 5 मोबाइल वैन को दिखाई गई हरी झंडी

चंडीगढ़, 6 मई (आईएएनएस)। हरियाणा के कृषि मंत्री जे. पी. दलाल ने शुक्रवार को स्थायी कृषि प्रबंधन का समर्थन करने वाले फसल सुरक्षा रसायनों के विवेकपूर्ण या सुरक्षित उपयोग को सुनिश्चित करने के लिए पांच मोबाइल वैन को हरी झंडी दिखाई। यह अभियान एग्रो-केमिकल पॉलिसी प्लेटफॉर्म, एग्रो केम फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसीएफआई) का हिस्सा है, जो किसानों में फसल की पैदावार, गुणवत्ता और आय बढ़ाने के लिए कीटनाशकों के सही और इष्टतम उपयोग के बारे में जागरूकता पैदा कर रहा है। मोबाइल वैन हरियाणा के किसानों को शिक्षित और सशक्त बनाएगी। लॉन्च समारोह में बोलते हुए, दलाल ने कहा कि बेईमान तत्व भारतीय बाजारों में निम्न-गुणवत्ता और नकली कृषि-उत्पादों की बाढ़ ला रहे हैं, जो खाद्य उत्पादन में देश की प्रगति को प्रभावित कर सकते हैं। उन्होंने कहा, इसे सभी हितधारकों द्वारा नियंत्रित किया जाना चाहिए। एसीएफआई ने हमारे किसानों को शिक्षित करने के लिए एक बहुत अच्छा कदम उठाया है, जिसकी सराहना और समर्थन किया जाना चाहिए। एसीएफआई के महानिदेशक कल्याण गोस्वामी ने कहा कि फर्जी कंपनियों द्वारा अनधिकृत और अपंजीकृत रासायनिक कीटनाशकों से युक्त जैव उत्पादों की बिक्री की जांच करने की आवश्यकता है, क्योंकि वे देश की खाद्य सुरक्षा और पर्यावरण के लिए गंभीर खतरा पैदा करने के अलावा किसानों के जीवन और आजीविका को प्रभावित करते हैं। उन्होंने केंद्र सरकार से कीटनाशकों के अवैध आयात को नियंत्रित करने के लिए प्रभावी कदम उठाने का भी आग्रह किया। गोस्वामी ने कहा कि जब भी किसान कृषि रसायन खरीदते हैं तो उन्हें जीएसटी नंबर के साथ चालान या बिल पर जोर देना होगा। उन्होंने कहा, इनवॉइस पर जोर देने से हानिकारक कृषि इनपुट्स की बिक्री को रोकने में मदद मिलेगी। यह किसानों, उपभोक्ताओं और उद्योग सहित सभी हितधारकों के लिए एक जीत की स्थिति भी होगी। राष्ट्रीय किसान प्रगतिशील संघ के महासचिव पवन ने कहा कि जीएसटी को 18 प्रतिशत से घटाकर 5 प्रतिशत करने के लिए एक राष्ट्रव्यापी अभियान चल रहा है, ताकि किसान बिलों के साथ फसल सुरक्षा उत्पादों की खरीद कर सकें। --आईएएनएस एकेके/एएनएम

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