मप्र की 37 फीसदी आबादी पूरी तरह वैक्सीनेटेड
भोपाल, 1 अक्टूबर (आईएएनएस)। कोरोना महामारी को रोकने के लिए मध्य प्रदेश में सामूहिक प्रयास किए जा रहे हैं, इस महामारी पर काबू पाने का बड़ा हथियार टीकाकरण को सफल बनाने की कोशिशें हो रही हैं। अब तक राज्य में चार महाअभियान चलाए जा चुके हैं, इसी का नतीजा है कि प्रदेश की लगभग 37 फीसदी आबादी पूरी तरह वैक्सीनेटेड हो चुकी है, आशय है कि लगभग डेढ़ करोड़ आबादी को कोरोना की दोनों वैक्सीन दी जा चुकी है। कोरोना की दूसरी लहर कमजोर पड़ चुकी है और तीसरी लहर की आशंका बनी हुई है। तीसरी लहर अपना असर न दिखा पाए इसके लिए राज्य में टीकाकरण पर खास जोर दिया जा रहा है। सरकार की ओर से जहां हर वर्ग को जागरुक करने की मुहिम चल रही है तो वहीं दूसरी ओर सचेत किया जा रहा है। टीकाकरण के लाभ बताए जाने का ही असर है कि राज्य में अन्य राज्यों की तुलना में टीकाकरण का प्रतिशत कहीं ज्यादा है। आधिकारिक तौर पर दी गई जानकारी के अनुसार, कोविड टीकाकरण महाअभियान में प्रदेश में कोरोना वैक्सीन की डेढ़ करोड़ से अधिक दूसरी डोज नागरिकों को लगाई जा चुकी है। सभी नागरिकों को वैक्सीन की दोनों डोज लगाने के लिये प्रयासों को गति दी गयी है। प्रदेश में अब तक वैक्सीन की 4 करोड़ 82 लाख 2646 प्रथम डोज लगाई गई हैं। एनएचएम (टीकाकरण) संचालक डॉ. संतोष शुक्ला ने बताया कि प्रदेश में 6 करोड़ 32 लाख 51 हजार 229 कोरोना के टीके लगाये जा चुके हैं। इनमें 4 करोड़ 82 लाख 2646 प्रथम डोज और 1 करोड़ 50 लाख 48 हजार 583 को दूसरी डोज लगाई जा चुकी है। उन्होंने बताया कि कुल 5 करोड़ 49 लाख अनुमानित लक्ष्य के विरूद्ध दूसरी डोज 37 प्रतिशत को लगाई गई है। कोरोना टीके लगाने का अभियान लगातार जारी है। राज्य के मुख्यमंत्री षिवराज सिंह चौहान समाज के हर वर्ग जिसमें शामिल धर्मगुरुओं, जन-प्रतिनिधियों, क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी के सदस्यों, सामाजिक संगठनों, स्वयंसेवी संस्थाओं से प्रदेश में शत-प्रतिशत वैक्सीनेशन के लिए आगे आने की अपील कर रहे हैं। इसके साथ ही वैक्सीन से शेष रहे लोगों को ढूंढ कर वैक्सीनेशन कराने के लिए प्रेरित करने का आह्वान भी किया जा रहा है, ताकि प्रदेश की शत-प्रतिशत आबादी का वैक्सीनेशन हो सके। --आईएएनएस एसएनपी/एएनएम