(अपडेट ) लंबे समय से जमशेदपुर में छिपकर रह रहा था अब्दुल माजिद कुट्टी
(अपडेट ) लंबे समय से जमशेदपुर में छिपकर रह रहा था अब्दुल माजिद कुट्टी

(अपडेट ) लंबे समय से जमशेदपुर में छिपकर रह रहा था अब्दुल माजिद कुट्टी

रांची, 27दिसम्बर (हि.स.)। खुफिया एजेंसियों की मोस्ट वांटेड लिस्ट में शामिल अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के करीबी अब्दुल माजिद कुट्टी जमशेदपुर में लंबे समय से छिपकर रह रहा था। एटीएस सूत्रों ने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर गुजरात एटीएस की टीम ने शनिवार की देर रात कार्रवाई करते हुए अब्दुल माजिद कुट्टी को जमशेदपुर के मानगो इलाके से गिरफ्तार कर लिया। बताया जाता है कि जमशेदपुर को अब्दुल माजिद कुट्टी ने सेफ जोन के रूप में पानागाह बनाया था। वहीं, कोलकाता, ओडिशा समेत कई अन्य जगहों पर लगातार मूवमेंट करता था। बताया जा रहा है कि अब्दुल माजिद कुट्टी पहचान बदलकर लंबे समय से जमशेदपुर में रह रहा था। सूत्रों के जरिए इसकी भनक गुजरात एटीएस को लग गई। जिसके बाद एक स्पेशल टीम को उसे गिरफ्तार करने के लिए झारखंड भेजा गया था। टीम में माजिद कुट्टी को जमशेदपुर से गिरफ्तार कर लिया। बताया जा रहा है कि कुट्टी मोहम्मद कमाल के नाम से जमशेदपुर में रह रहा था। वह इसी नाम का पासपोर्ट भी प्रयोग कर रहा था। बहरहाल गुजरात पुलिस के खुलासे के बाद जमशेदपुर में सनसनी फैल गयी। यहां तक की कुट्टी के पड़ोस में रहने वाले लोगों को भी इसकी भनक नहीं लगी। पड़ोसियों ने बताया, कि अब्दुल मजीद कुट्टी एवं उसका परिवार काफी मिलनसार प्रवृत्ति का था। जब भी मिलता गर्मजोशी से मिलता था। हर सुख दुख में खड़ा होता था। कभी इसकी भनक भी नहीं लगी कि वह इतना बड़ा अपराधी है। अब्दुल माजिद कुट्टी पिछले दो साल से मानगो सहारा सिटी डुप्लेक्स संख्या 197 में परिवार के साथ रह रहा था। बताया जाता है कि वह डुप्लेक्स किसी राजेश शर्मा का है, जिसे कुट्टी ने किराये पर लिया था। हैरान करनेवाली बात ये है कि पिछले 24 साल से कुट्टी तमाम सुरक्षा एजेंसियों की आंखों में धूल झोंककर मलेशिया, दुबई, बैंकॉक सहित अन्य देशों में जाली पासपोर्ट के सहारे घूम रहा था। उसे कार चलाते गिरफ्तार किया गया है। उल्लेखनीय है कि दाऊद इब्राहिम का करीबी अब्दुल माजिद कुट्टी पिछले 24 साल से फरार था। 1996 में अब्दुल माजिद के खिलाफ करीब 106 पिस्तौल, 750 कारतूस और करीब 4 किलो आरडीएक्स जुटाने को लेकर मामला दर्ज किया गया था। पुलिस दाऊद के करीबी की तलाश कर रही थी। लेकिन इससे पहले पुलिस माजिद कुट्टी तक पहुंच पाती, वो फरार हो गया। इसके बाद 24 सालों से पुलिस उसकी तलाश में जुटी थी। जबकि उसके एक साथी को तभी गिरफ्तार कर लिया गया था। गुजरात एटीएस को अब्दुल माजिद कुट्टी की तलाश 1997 में गणतंत्र दिवस के मौके पर गुजरात और महाराष्ट्र में बम विस्फोट करने के लिए 1996 में भेजे गए विस्फोटकों के मामले में थी। उस समय बम ब्लास्ट कराने के लिए विस्फोटक पाकिस्तानी एजेंसी के इशारे पर दाऊद इब्राहिम ने भेजे थे। गिरफ्तारी के बाद अब सुरक्षा एजेंसियां उससे पूछताछ करेंगी। हिन्दुस्थान समाचार/ विकास-hindusthansamachar.in

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