भाजपा के स्वाभाविक हक पर जदयू की गिद्ध दृष्टि
भाजपा के स्वाभाविक हक पर जदयू की गिद्ध दृष्टि

भाजपा के स्वाभाविक हक पर जदयू की गिद्ध दृष्टि

-नहीं बनी बात, भूपेंद्र-फडणवीस फिर दिल्ली उड़े -225 से अधिक सीटों पर तस्वीर साफ, करीब डेढ़ दर्ज न सीटों पर जिच -एनडीए में सीटों के बंटवारे पर चली मैराथन बैठक, 4 को हो सकता है फैसला राजीव मिश्र पटना, 03 अक्टूबर (हि.स.)। सीटों के बंटवारे को लेकर भाजपा और जदयू में जारी जिच दूर होती नजर आ रही है। भाजपा के स्वाभाविक हक पर जदयू की गिद्ध दृष्टि होने के कारण सीटें फाइनल नहीं हो पा रही हैं। नीतीश के साथ तालमेल नहीं बनने पर भाजपा आलाकमान ने अपने नेताओं को दिल्ली तलब कर लिया है। बिहार भाजपा प्रभारी भूपेंद्र यादव और चुनाव प्रभारी देवेंद्र फडणवीस शनिवार की देर शाम चार्टर्ड प्लेन से दिल्ली चले गये। दिल्ली में अमित शाह और जेपी नड्डा के साथ फडणवीस और यादव बैठेंगे और अंतिम फैसला लिया जायेगा। माना जा रहा है कि रविवार को एनडीए सीट बंटवारे का ऐलान कर सकता है। इससे पहले शनिवार को बंद कमरे में चार घंटे चली मैराथन बैठक बेनतीजा रही। इसमें जदयू-भाजपा के नेताओं ने एक-एक सीट पर विमर्श किया। सूत्रों की मानें तो 243 में से 225 से अधिक सीटों पर मामला बन गया है, लेकिन 15-17 सीटों पर पेंच फंस गया। इन सीटों पर दोनों दलों की जोर आजमाइश चल रही है। भाजपा के स्वाभाविक हक पर जदयू की गिद्ध दृष्टि है। अब देखना दिलचस्प होगा कि कौन झुकता है। बैठक में भाजपा की ओर से देवेंद्र फडणवीस, भूपेन्द्र यादव, उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष डॉ. संजय जायसवाल तो जदयू की ओर से विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी, सांसद राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह, ऊर्जा मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव और संगठन महासचिव आरसीपी सिंह शामिल हुए। हालांकि, बैठक के बाद दोनों पार्टियों में से किसी ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। लेकिन, पुख्ता जानकारी है कि दोनों दलों में सीटों की संख्या पर सहमति नहीं बन पायी। जदयू ज्यादा और मनपसंद सीटों पर अड़ा है तो भाजपा लोकसभा चुनाव की तर्ज पर बराबर-बराबर सीटों के बंटवारे पर कायम है। ये अंदर की बात है..... अंदरखाने की बात पर यकीन करें तो नीतीश कुमार भारतीय जनता पार्टी की कुछ ज्यादा ही सीटिंग सीटों पर दावा कर रहे हैं और उसे हथियाने पर तुले हुए हैं। लेकिन, भाजपा भी अपने स्टैंड पर टाइट है। इससे पहले एक अक्टूबर को दिल्ली जाने से पहले मुख्यमंत्री आवास एक अणे मार्ग में नीतीश कुमार के साथ बिहार भाजपा चुनाव प्रभारी देवेंद्र फडणवीस और भूपेंद्र यादव के साथ हुई बैठक काफी गंभीर हो गई थी। इसमें नीतीश ने भाजपा की कुछ सीटिंग सीटें मांगी थी और उस पर अड़ गये थे। हालांकि देवेंद्र फडणवीस के सामने नीतीश की एक भी नहीं चली और उन्होंने कड़ा प्रतिकार किया। फिर वहां से उठे और शीर्ष नेतृत्व से बातचीत के लिए दिल्ली चले गये। फडणवीस के रुख के बाद नीतीश सकते में थे। दिल्ली से लौटने पर शनिवार को हुई बैठक में भी पेच फंसा ही रहा। हिन्दुस्थान समाचार-hindusthansamachar.in

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