
श्रीनगर, हि.स.। नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने गुरुवार को दावा किया कि भाजपा जम्मू-कश्मीर में कोई चुनाव नहीं कराना चाहती है, क्योंकि वह जानती है कि लोग उन्हें मतपत्र के माध्यम से दंडित करेंगे। अब्दुल्ला ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के मौजूदा हालात की समीक्षा के लिए अगले हफ्ते जम्मू में विपक्षी दलों की बैठक बुलाई गई है, जिसमें जम्मू-कश्मीर के हालात की समीक्षा करके कुछ निर्णय लिए जा सकते हैं।
भाजपा चुनाव कराने के मूड में नहीं हैं
श्रीनगर में पार्टी मुख्यालय में संवाददाताओं से उमर अब्दुल्ला ने कहा कि भाजपा चुनाव कराने के मूड में नहीं हैं, क्योंकि वे जानते हैं कि लोग उनके साथ नहीं हैं। कश्मीर को छोड़िए, जम्मू में भी भाजपा को लोगों से नुकसान उठाना पड़ेगा। इसलिए उनमें चुनाव कराने का साहस नहीं है। उन्होंने कहा कि विधानसभा तो दूर की बात है, शायद वे स्थानीय निकाय और पंचायत चुनाव कराने के भी इच्छुक नहीं हैं, जिसके बारे में उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में बहुत बात की थी।
अब्दुल्ला ने आरोप लगाया कि उपराज्यपाल मनोज सिन्हा नौकरशाही हैं
अब्दुल्ला ने कहा कि हमारा मानना है कि एकमात्र लोकसभा का चुनाव होगा, क्योंकि इसे टालना मुश्किल हो सकता है। इसके अलावा वे कोई अन्य चुनाव कराने के मूड में नहीं दिखते, क्योंकि लोगों का मूड उन्हें वोट के जरिए दंडित करने का है। स्थानीय निकाय चुनाव टालने पर अब्दुल्ला ने कहा कि सरकार इससे इनकार करेगी। उमर अब्दुल्ला ने आरोप लगाया कि उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और कुछ नौकरशाह हैं, जो नहीं चाहते कि जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव हो।
जम्मू में विपक्षी दलों की बैठक बुलाई गई
उमर अब्दुल्ला ने दावा किया था कि जम्मू-कश्मीर में 80 फीसदी लोग मौजूदा व्यवस्था से खुश हैं और कोई बदलाव नहीं चाहते हैं। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर के मौजूदा हालात की समीक्षा के लिए अगले हफ्ते जम्मू में विपक्षी दलों की बैठक बुलाई गई है, जिसमें जम्मू-कश्मीर के हालात की समीक्षा करके कुछ निर्णय लिए जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि अच्छी बात यह है कि बैठक जम्मू में बुलाई गई है, क्योंकि कभी-कभी यह दावा किया जाता है कि सभी फैसले कश्मीर में लिए जाते हैं।
हम कितने आतंक-मुक्त हैं, यह कोकेरनाग की घटना से स्पष्ट है
पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह के आतंक मुक्त जम्मू-कश्मीर के बयान के बारे में उमर अब्दुल्ला ने कहा कि उनकी पार्टी इस लक्ष्य को हासिल करने में अपनी भूमिका निभाएगी। उन्होंने कहा कि हम कितने आतंक-मुक्त हैं, यह कोकेरनाग की घटना से स्पष्ट है। इतने लंबे समय के बाद एक कर्नल, एक मेजर, जेके पुलिस के एक डीएसपी और एक जवान को खोना कोई सामान्य घटना नहीं है। उन्होंने कहा कि आपका उद्देश्य जम्मू कश्मीर को आतंक मुक्त बनाना है, कृपया इसे करें। इसे ज़मीन पर साबित होने दीजिए, फिर अफ्सपा हटाओ। उन्होंने कहा कि हम आपका हौसला बढ़ाने वाले पहले व्यक्ति होंगे।
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