Bhopal: वर्ष 2003 से पहले मप्र में बेटियों, महिलाओं की स्थिति ठीक नहीं थी। बेटियों के जन्म पर परिवारों में मातम छा जाता था। आर्थिक रूप से स्वाबलंबी और समृद्ध बनना महिलाओं के लिए किसी सपने की तरह था।