मुंबई, एजेंसी। पूर्व मंत्री व राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के विधायक जितेंद्र आव्हाड और उनकी बेटी सहित परिवार को खत्म करने की सुपारी देने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। इस मामले को गंभीर बताते हुए महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री व गृहमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने सीआईडी जांच कराने की घोषणा की है।
किसी जनप्रतिनिधि के परिवार को खत्म कर देने की धमकी देना उचित नहीं
विधान परिषद में शुक्रवार को जवाब देते हुए फडणवीस ने कहा कि यह गंभीर मामला है। इसे गंभीरता से संज्ञान में लिया गया है। किसी जनप्रतिनिधि और उसकी बेटी के परिवार को खत्म कर देने की धमकी देना उचित नहीं है। एक स्वतंत्र सीआईडी अधिकारी को नियुक्त करके इसकी जांच की जाएगी। ऑडियो सीडी जांच के लिए फॉरेंसिक लैब में भेजी गई है। रिपोर्ट मिलते ही अधिकारी पर प्रतिबंधक कार्रवाई करने पर भी विचार किया जाएगा। इस मामले में किसी को भी संरक्षण नहीं दिया जाएगा।
सदन में विपक्ष के नेता अंबादास दानवे ने यह मामला पॉइंट ऑफ इंफॉर्मेशन के तहत उठाया था। इससे पहले भी इस मुद्दे पर विधानसभा में बहस हो चुकी है। दानवे ने आरोप लगाया कि धमकी देने वाले मनपा अधिकारी को मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे का सुरक्षा कवच है। यह बात ठीक नहीं है। जिस अधिकारी ने धमकी दी है, उसकी संपत्ति की जांच की जाए।
बताया जाता है कि संबंधित अधिकारी के गैंगस्टरों से संबंध हैं और पुलिस सहित अन्य विभागों में भी उसकी जान पहचान है। मामले को गंभीर बताते हुए उपसभापति नीलम गोरे ने सरकार को जब तक जांच पूरी नहीं हो जाती, तब तक उस अधिकारी पर प्रतिबंधक कार्रवाई करने का निर्देश दिया। सेवा में बने रहते हुए अधिकारी जांच को प्रभावित कर सकता है।
क्या है पूरा मामला?
पिछले महीने एक ऑडियो क्लिप वायरल हुई थी, जिसमें जितेंद्र आव्हाड और उनकी बेटी के परिवार की हत्या के बारे में बातचीत सुनाई दे रही है। आरोप है कि ठाणे मनपा के प्रभारी सहायक आयुक्त महेश अहेर और दो अन्य के बीच यह बातचीत हुई थी। ऑडियो क्लिप में सुनाई दे रहा है कि गैंगस्टर सुभाष सिंह ठाकुर उर्फ बाबाजी को आव्हाड की बेटी के परिवार को खत्म करने के लिए तिहाड़ जेल में सुपारी दी गई थी। इसके बाद आव्हाड की बेटी नताशा ने इस मामले में नौपाड़ा पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी। इस मामले को लेकर एनसीपी कार्यकर्ताओं ने महेश अहेर से मारपीट भी की थी।