आजमगढ़ की घटना को मुख्यमंत्री योगी ने लिया संज्ञान, 12 गिरफ्तार
-पुलिस आरोपितों के खिलाफ एनएसए के तहत कार्रवाई करेगी -चार टीमें गठित कर फरार आरोपितों की तलाश में जुटी पुलिस लखनऊ, 12 जून (हि.स.)। आजमगढ़ में अनुसूचित जाति की बालिकाओं से छेड़खानी के विरोध पर अनुसूचित जाति के लोगों पर हुये हमले की घटना को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संज्ञान में लिया है। इसके तहत यहां के पुलिस कप्तान ने महाराजगंज थाना प्रभारी को निलंबित कर दिया है। साथ ही पुलिस ने अल्पसंख्यक समुदाय के 12 लोगों को गिरफ्तार कर फरार आरोपितों पर 25-25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया है। पुलिस अधीक्षक प्रोफेसर त्रिवेणी सिंह ने बताया कि महाराजगंज थाना क्षेत्र के ग्राम सिकन्दपुर आईमा की अनुसूचित जाति की लड़कियों को यहां के अल्पसंख्यक समुदाय के लड़के छेड़खानी करते हैं, जब वह ट्यूबबेल पर पानी भरने जाती थी। इसको लेकर बीते बुधवार को जब अनुसूचित जाति के लोगों ने अपत्ति जताई तो अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों ने मारपीट कर दी। पथराव किया, जिसमें 12 लोग घायल हो गये थे। उनको इलाज कराया जा रहा है। पीड़ित परिवार की तहरीर पर गंभीर धाराओं में महाराजगंज थाना में मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस ने निजामुद्दीन के बेटे परवेज, फैजान और परवेज के बेटे नूर आलम सदरे आलम और गुफरान के बेटे आरिफ, आमीर, आशीफ, अल्तमस और सुहैल समेत 12 लोगों को गिरफ्तार किया है। फरार सात आरोपितों पर 25-25 हजार रुपये का इनाम रखा है। इनकी गिरफ्तारी के लिए चार टीमें गठित की गयी हैं। एसपी ने बताया कि घटना बहुत ही गंभीर प्रतीत हुई है, जिससे कानून व्यवस्था की बड़ी समस्या उतपन्न हुई है। जिससे इनके खिलाफ एनएसए के तहत कार्रवाई की जा रही है। इन सभी पर गैंगेस्टर के तहत भी कार्रवाई की जायेगी। हिन्दुस्थान समाचार/दीपक-hindusthansamachar.in