नई दिल्ली, रफ्तार न्यूज डेस्क। Manipur Violence Video: मणिपुर में एक समुदाय की दो महिलाओं को खुलेआम बिना कपड़ों के परेड कराने को लेकर देशभर में आक्रोश है। इसी बीच सर्वोच्च न्यायालय ने इस मामले का स्वत: संज्ञान लिया है। कोर्ट ने कहा कि वो मणिपुर में दो महिलाओं को नग्न घुमाने के कल सामने आए वीडियो से वास्तव में परेशान है। देश के मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ ने सरकार से इस मामले पर कार्रवाई करने को कहा है। इसके अलावा उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाओं को बिल्कुल भी स्वीकार नहीं किया जा सकता है। चीफ जस्टिस ने कहा कि ये संवैधानिक अधिकारों का हनन है, अगर सरकार कुछ नहीं करेगी तो हम कार्रवाई करेंगे।
चीफ जस्टिस की सख्त टिप्पणी
इस मामले पर सर्वोच्च न्यायालय ने कार्रवाई के निर्देश देते हुए राज्य सरकार से रिपोर्ट भी तलब की है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि अगले हफ्ते शुक्रवार को इस मामले पर सुनवाई होगी। इस मामले को लेकर चीफ जस्टिस चंद्रचूड़ ने कहा, "हमें इन तस्वीरों से धक्का पहुंचा है। हिंसा प्रभावित क्षेत्र में महिलाओं को सामान की तरह इस्तेमाल किया गया। हमें यह बताया जाए कि जो लोग इसके जिम्मेदार हैं, उन पर क्या कार्रवाई हुई।"
पीएम मोदी ने दिया बयान
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मणिपुर में दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर परेड कराए जाने की घटना पर दुख जताया। उन्होंने कहा कि ये घटना किसी भी सभ्य समाज को शर्मसार करने वाली है और इससे पूरे देश की बेइज्जती हुई है। संसद का मानसून सत्र शुरू होने से पहले, प्रेस को संबोधित करते हुए पीएम ने कहा कि इस मामले के दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा और कानून सख्ती से एक के बाद एक कदम उठाएगा। उन्होंने आगे कहा, ‘‘मणिपुर की बेटियों के साथ जो हुआ है... इसके दोषियों को कभी माफ नहीं किया जा सकता है।’’