Manipur Violence: मणिपुर में हिंसा के बीच 20 हजार लोगों को सुरक्षित निकाला गया, हालात हो रहे सामान्य

पुलिस ने अपील लोगों से करीब 7 से 8 पुलिस थानों से भीड़ द्वारा लूटी गई बंदूकें जल्द से जल्द सौंपने का भी आग्रह किया। जो लोग अपनी बंदूकें छोड़ देते हैं वे भीड़ की कार्रवाई के रूप में इससे बच जाएंगे।
Manipur Violence: मणिपुर में हिंसा के बीच 20 हजार लोगों को सुरक्षित निकाला गया, हालात हो रहे सामान्य

नई दिल्ली, रफ्तार न्यूज डेस्क। मणिपुर में जारी हिंसा में अब तक कई अर्धसैनिक बलों (आरएएफ, सीआरपीएफ, बीएसएफ) को तैनात किया गया है। इससे पैरा मिलिट्री बलों को और मजबूती मिलेगी। उनका काम मणिपुर पुलिस से बहुत अलग है क्योंकि वे दुश्मनों से लड़ते हैं और युद्ध के लिए प्रशिक्षित होते हैं। मणिपुर से अब तक 15,000 से 20,000 पीड़ितों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।

लोगों से अपील

उन्होंने लोगों से करीब 7 से 8 पुलिस थानों से भीड़ द्वारा लूटी गई बंदूकें जल्द से जल्द सौंपने का भी आग्रह किया। जो लोग अपनी बंदूकें छोड़ देते हैं वे भीड़ की कार्रवाई के रूप में इससे बच जाएंगे। जो लोग अपने हथियार नहीं देते हैं उन्हें गंभीर कानूनी परिणाम भुगतने होंगे। यह भी चेतावनी दी है कि हथियारों की डिलीवरी न होने की स्थिति में मामले को NIA को भेजा जा सकता है।

संवेदनशील इलाकों को किया चिन्हित

सुरक्षाबलों ने 23 संवेदनशील स्थानों की पहचान की है। वहां केंद्रीय बल की तैनाती के अलावा उच्च पदस्थ पुलिसकर्मी जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। स्थिति में सुधार की बात कही गई, साथ ही जनता से सहयोग करने को कहा। इसके अलावा चुराचांदपुर में भीड़ ने दुष्कर्म की अफवाह भी फैलाई। हालांकि, इसकी कोई पुष्टि नहीं हुई थी।

हमले में घायल विधायक अस्पताल में भर्ती

भीड़ के हमले में विधायक वुंगयागिन वाल्टे घायल हो गए। वॉल्ट को अस्पताल ले जाया गया जहां वह अब खतरे से बाहर है।

हालात हो रहे सामान्य

शुक्रवार रात तक मणिपुर में हिंसा की कोई नई घटना दर्ज नहीं हुई थी और शनिवार सुबह भारी सुरक्षा बल के साथ तनावपूर्ण सन्नाटा पसरा रहा। हालांकि, उन्होंने कहा कि मणिपुर के कुछ हिस्सों में सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच झड़पों की खबरें हैं।

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