
नई दिल्ली, रफ्तार डेस्क। मणिपुर में हाल में ही हुए हिंसा के बाद से ही वहां के हालात पर राजनीति हो रही है। विपक्षी दल एक तरफ जहां सदन में प्रधानमंत्री की उपस्थिति को लेकर लगातार हंगामा कर रहा है वहीं भाजपा सरकार ने भी यह साफ कर दिया है कि सरकार इस पर चर्चा के लिए तैयार है। अब ताजा अपडेट के मुताबिक विपक्ष (इंडिया) के सदस्य मणिपुर के दौर के लिए शनिवार को रवाना हो गए हैं। वहां दो दिनों के दौर पर हैं जो 29 और 30 जुलाई तक चलेगा। इस दौरान ये सभी सदस्य वहां के हिंसा प्रभावित लोगों से मुलाकात करेंगे।
इधर, 'इंडिया' के मणिपुर दौरे से पहले मणिपुर की राज्यपाल अनुसुइया उइके ने एक समाचार एजेंसी से कहा कि चुराचांदपुर में राहत केंद्रों के दौरे के दौरान कहा, "लोग पूछ रहे हैं कि राज्य में शांति कब बहाल होगी। मैं लगातार कोशिश कर रही हूं कि शांति बहाल करने के लिए दोनों समुदायों के लोग एक-दूसरे से बात करें। हम उनसे भी बात कर रहे हैं और सभी राजनीतिक दलों से इस प्रक्रिया में मदद करने के लिए भी कहा है।''
विपक्ष सांसदों के दौरे को लेकर दिया जवाब
विपक्षी गठबंधन INDIA के सांसदों की राज्य की दो दिवसीय यात्रा पर मणिपुर के राज्यपाल ने कहा, "मैं उनसे राज्य में शांति बहाल करने में योगदान देने की अपील करती हूं।"
सीबीआई कर रही वायरल वीडियो मामले की जांच
सीबीआई ने मणिपुर के वायरल वीडियो मामले में जांच तेज कर दी है। इस मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी का भी सिलसिला भी शुरू हो चुका है। केंद्र सरकार ने सर्वोच्च न्यायालय में कहा था कि महिलाओं के वीडियो वाले मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी गई है। अब तक इस मामले में कुल 6 एफआईआर दर्ज हुई हैं।
क्या है मामला?
मणिपुर में मई महीने में शुरू हुई मैतेई और कुकी समुदाय के बीच हिंसा में अब तक लगभग 142 लोगों की मौत हो चुकी है। इसके साथ ही इस संघर्ष में क़रीब 60,000 लोग बेघर हो गए हैं।