नई दिल्ली, रफ्तार न्यूज डेस्क। Manipur Violence: पश्चिम बंगाल की सीएम और तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी ने हिंसा से प्रभावित मणिपुर के लोगों से रविवार को मानवता के लिए शांति कायम करने की अपील की। साथ ही ममता बनर्जी ने मणिपुर के लोगों के साथ खड़े होने का आश्वासन भी दिया।
ममता बनर्जी ने ट्वीट कर कहा कि, ''मणिपुर की हृदय विदारक कहानियां सुनकर मेरा दिल बहुत दुखता है। इंसानों को कभी भी नफरत के क्रूर प्रयोगों की पीड़ा नहीं सहनी चाहिए। फिर भी, सत्ता में बैठे लोगों की चुप्पी के सामने, हमें यह जानकर सांत्वना मिलनी चाहिए कि ‘इंडिया’ घावों को भर देगा और मानवता की लौ को फिर से जगाएं।''
सुवेंदु अधिकारी ने किया पलटवार
पश्चिम बंगाल के नेता प्रतिपक्ष और भाजपा विधायक सुवेंदु अधिकारी ने मणिपुर पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के ट्वीट पर कहा, ''यह राजनीतिक रूप से दुर्भावनापूर्ण ट्वीट है। सीएम बनर्जी के प्रशासन ने राज्य में पंचायत चुनाव के दौरान हिंसा को रोकने के लिए कोई कार्रवाई नहीं की। प्रधानमंत्री मोदी की सरकार कुछ ही महीनों में 10 साल पूरे कर लेगी और कोई भ्रष्टाचार का आरोप नहीं है। पीएम मोदी के नेतृत्व में देश ने प्रगति की है और इसकी सुधार हुआ है।''
हिंसा में 160 से ज्यादा लोगों की मौत
मणिपुर में पर्वतीय जिलों में तीन मई को अनुसूचित जनजाति का दर्जा देने की मैतेई समुदाय की मांग के विरोध में ‘आदिवासी एकजुटता मार्च’ के आयोजन के बाद राज्य में शुरू हुई जातीय हिंसा में अब तक 160 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। प्रदेश की आबादी में मैतेई समुदाय के लोगों की संख्या करीब 53 प्रतिशत है और वे लोग मुख्य रूप से इंफाल घाटी में रहते हैं।