कोरोना संकट के बीच जॉइंट एंट्रेंस की परीक्षा शुरू, राज्यभर में चल रही हैं गाड़ियां
कोरोना संकट के बीच जॉइंट एंट्रेंस की परीक्षा शुरू, राज्यभर में चल रही हैं गाड़ियां

कोरोना संकट के बीच जॉइंट एंट्रेंस की परीक्षा शुरू, राज्यभर में चल रही हैं गाड़ियां

कोलकाता, 01 सितम्बर (हि.स.)। पश्चिम बंगाल सरकार समेत देशभर के 9 गैर भाजपा शासित राज्यों की आपत्ति पर सुप्रीम कोर्ट की लगाम लगने के बाद मंगलवार को देशभर में जॉइंट इंट्रेंस मेन की परीक्षाएं सुबह नौ बजे से शुरू हो गईं। सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद मंगलवार को राजधानी कोलकाता के साथ-साथ राज्य के अन्य हिस्सों में परीक्षा केंद्रों पर बड़ी संख्या में छात्र पहुंचने लगे हैं। राज्य सरकार ने भी छात्रों को पहुंचाने की सारी व्यवस्थाएं की है। राज्य परिवहन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी ने मंगलवार को बताया कि सड़कों पर 3500 बसें उतारी गई हैं ताकि छात्रों को परेशानी ना हो। सुबह सात बजे से ये बसें चल रही हैं जो शाम सात बजे तक चलेंगी। इसके अलावा राजधानी कोलकाता में 129 रूट पर ऑटो सेवा को भी सामान्य रखने को कहा गया है। बड़ी संख्या में ऑटो चल रहे हैं। टैक्सी का परिचालन भी हो रहा है। टैक्सी संगठनों ने भी छात्रों को परीक्षा केंद्रों पर पहुंचाने के लिए गाड़ियां सामान्य तरीके से चलाने का निर्णय लिया है। मंगलवार सुबह से ही कोलकाता समेत राज्य भर के सड़कों पर पीली टैक्सी बड़ी संख्या में चल रही हैं। प्राइवेट बसें भी छात्रों को परीक्षा केंद्रों पर पहुंचा रही हैं। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की ओर से भी छात्रों को परीक्षा केंद्रों पर पहुंचाने के लिए बसों की व्यवस्थाएं की गई हैं। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा कि जॉइंट एंट्रेंस और निट की परीक्षाएं अनिवार्य हैं, तभी छात्र उच्च शिक्षा के लिए नामांकन करा सकेंगे। इसीलिए केंद्र सरकार ने परीक्षाएं आयोजित करने का निर्णय लिया है। सुप्रीम कोर्ट ने भी केंद्र के निर्णय को सही पाया इसीलिए परीक्षा आयोजित करने की अनुमति दी। ममता बनर्जी की सरकार की आदत बन गई है हर मुद्दे पर विरोध करना और बाद में पीछे हटना। अगर राज्य सरकार छात्रों के लिए यातायात व्यवस्था कर रही है तो अच्छी बात है। हिन्दुस्थान समाचार/ओम प्रकाश-hindusthansamachar.in

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