शिशिर को अपमानित करने के आरोप पर तृणमूल नेताओं ने दी सफाई
कोलकाता, 12 जनवरी (हि.स.)। शुभेंदु अधिकारी के भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने के बाद 79 वर्षीय पिता व वरिष्ठ सांसद शिशिर अधिकारी को दीघा शंकरपुर विकास परिषद बोर्ड के अध्यक्ष पद से हटाकर अपमानित करने के मामले में आज तृणमूल नेताओं ने सफाई दी है। दरअसल, मनमोहन सिंह की सरकार में केंद्रीय मंत्री रह चुके शिशिर अधिकारी को तृणमूल कांग्रेस ने दीघा शंकरपुर विकास परिषद बोर्ड के अध्यक्ष से हटा दिया था। तृणमूल कांग्रेस ने अपनी पार्टी के विधायक अखिल गिरी को दीघा शंकरपुर विकास परिषद बोर्ड के पद की जिम्मेदारी सौंपी थी। इसकी वजह से लगातार आरोप लग रहे हैं कि ममता सरकार ने 79 वर्षीय शिशिर को अपमानित किया है। वह साफ सुथरी छवि के नेता रहे हैं और उनका सम्मान न केवल पूर्व मेदिनीपुर जिले बल्कि पूरे राज्य में है। शिशिर को अपमानित करने के आरोप पर मंगलवार को राज्य के शहरी विकास मंत्री फिरहाद हकीम ने कहा कि अपने बेटे के काम से शिशिर अधिकारी लज्जित हैं। बीमार भी थे, इसलिए उन्होंने खुद ही पद से हटने की इच्छा जताई थी। इस आरोप पर सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस के प्रवक्ता कुणाल घोष ने भी सफाई दी। उन्होंने कहा कि शिशिर अधिकारी की उम्र बहुत अधिक हो गई है। उन्हें आने जाने में असुविधा हो रही थी। इसलिए यह प्रशासनिक निर्णय लिया गया है। इस संबंध में पंचायत मंत्री सुब्रत मुखर्जी ने कहा कि लंबे समय तक एक ही पद पर रहने के बाद फेरबदल होना संसदीय लोकतंत्र की एक प्रथा है। ममता बनर्जी ने मंत्रिमंडल में कई बार फेरबदल किया है और मेरे विभाग बदले दिए। मैंने कभी इसकी वजह से अपमानित महसूस नहीं किया है और अगर शिशिर अधिकारी को हटाकर उनकी जगह अखिल गिरी को नियुक्त किया गया है तो इसमें बुराई क्या है। वहीं इस बारे में जब अखिल गिरी से संपर्क किया गया तो उन्होंने कहा कि जब शिशिर दीघा शंकरपुर विकास परिषद के अध्यक्ष बने थे, तब से किसी भी बैठक में विधायक के तौर पर हमें नहीं बुलाया गया और न ही उनके कार्यकाल में कोई उल्लेखनीय काम हुआ है। इसलिए उनको हटाकर सही निर्णय लिया गया है। उल्लेखनीय है कि पूर्व मेदिनीपुर जिले में अधिकारी परिवार के समानांतर अखिल गिरी के परिवार को तैयार किया जा रहा है। अखिल गिरी को दीघा शंकरपुर विकास परिषद का चेयरमैन बनाने के बाद उनके बेटे सुप्रकाश गिरी को कांथी नगरपालिका का प्रशासक बना दिया गया है। इस नगरपालिका में प्रशासक के पद पर शुभेंदु अधिकारी के भाई सोमेंदु अधिकारी थे, जिन्हें भी तृणमूल कांग्रेस ने हटा दिया था। अब खबर है कि जल्द ही शिशिर अधिकारी भी भाजपा का दामन थाम सकते हैं। हिन्दुस्थान समाचार / ओम प्रकाश-hindusthansamachar.in