अस्पतालों में यास से निपटने के लिए विशेष उपाय
कोलकाता, 24 मई (हि.स.)। बंगाल में बेहद शक्तिशाली चक्रवात 'यास' दस्तक देने वाला है। इस बीच कोरोना की स्थिति को देखते हुए आपदा से निपटने के लिए अस्पतालों को भी तैयार कर रहे हैं ताकि मरीजों को कोई परेशानी न हो। इस बीच कलकत्ता मेडिकल कॉलेज के अधिकारियों ने स्थिति से निपटने के लिए पीडब्ल्यूडी, सीईएससी और पीएचई के साथ के कई बैठकें की हैं। जनरेटर की व्यवस्था की गई है। तीन दिनों के लिए ऑक्सीजन सिलेंडर, जरूरी दवाएं रखी गई हैं। साथ ही अधिकारियों ने डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मियों के ठहरने और खाने की व्यवस्था भी की है। अस्पताल परिसर, कोरोना वार्ड परिसर और फार्मेसी में जमा पानी की समस्या से निपटने के लिए पंपों का उपयोग किया जाएगा। एमआर बांगुर अस्पताल में भी दो ऑक्सीजन टैंकर भी रखे गए हैं। बिजली की आपूर्ति को निर्बाध रखने के लिए डीजी जनरेटर के लिए डीजल का स्टॉक कर लिया गया है। ऑक्सीजन वाहन के आने में दिक्कत न हो इसके लिए अस्पताल वाहन का रूटमैप पुलिस के साथ साझा करेगा। यह फैसला इस बात को ध्यान में रखते हुए लिया गया है ताकि आंधी-तूफान के चलते पानी या पेड़ गिरे होने की अवस्था मे ऑक्सीजन वाले वाहन फंस न जाएं।पीडब्ल्यूडी सिविल इलेक्ट्रिकल विभाग के कर्मी चक्रवात से पहले और बाद में अस्पताल में रहेंगे। एनआरएस में कोरोना वार्ड में लोड शेडिंग से निपटने के लिए जेनरेटर की व्यवस्था की गई है। हादसों से बचने के लिए अस्पताल परिसर में अस्थायी ढांचे को हटाया जा रहा है। हिन्दुस्थान समाचार/सुगंधी/गंगा