कोलकाता, (हि.स.)। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी आज शुक्रवार से बंगाल के बकाये की मांग पर केंद्र सरकार के खिलाफ धरना देंगी। 48 घंटे तक उनका धरना चलेगा इसके बाद अगले हफ्ते एक बार फिर दिल्ली जा रही है।
वहां महत्वपूर्ण राजनीतिक बैठक में शामिल होंगी
पार्टी की ओर से बताया गया है कि वहां महत्वपूर्ण राजनीतिक बैठक में शामिल होंगी लेकिन किसके साथ बैठक होगी, इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई है जिसे लेकर सुर्खियां तेज हो गई हैं।
उस बैठक में शामिल होने के लिए दिल्ली जा रही हैं
रेड रोड पर होने वाला धरना तीन फरवरी तक चलेगा। तृणमूल सूत्रों के मुताबिक, ममता अगले हफ्ते मंगलवार को दिल्ली का दौरा करेंगी। इससे पहले वह पांच फरवरी को राज्य विधानसभा सत्र में भी शामिल होंगी। वह उसी दिन विधानसभा सत्र के दूसरे भाग में कैबिनेट सदस्यों के साथ बैठक भी करेंगी। तृणमूल के एक नेता ने बताया है कि सात फरवरी यानी बुधवार को दिल्ली में ममता की अहम राजनीतिक बैठक है। वह उस बैठक में शामिल होने के लिए दिल्ली जा रही हैं।
सदन में तृणमूल सांसदों की बैठक को लेकर ममता ने दिए निर्देश
उल्लेखनीय है कि संसद का बजट सत्र भी चल रहा है और सदन में तृणमूल सांसदों की क्या कुछ भूमिका होगी, इसे लेकर ममता ने पहले ही निर्देश दे दिया है। सूत्रों ने बताया है कि दिल्ली में अपने संसदीय दल के साथ भी ममता बैठक कर सकती है।
बनर्जी ने इस मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से 20 दिसंबर 2023 को मिल चुकी हैं
बनर्जी ने इस मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से 20 दिसंबर 2023 को मिल चुकी हैं। उन्होंने पहले भी कहा था कि केंद्र को महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी कानून (मनरेगा) एवं अन्य मदों में पश्चिम बंगाल को 1.15 लाख करोड़ रुपये की बकाया राशि देनी है। उन्होंने कुछ महीने पहले बंगाल में सिलीगुड़ी के कंचनजंगा स्टेडिम में एक सार्वजनिक वितरण कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि ‘‘केंद्र ने अल्पसंख्यकों एवं विधवाओं से संबंधित योजनाओं समेत राज्य की परियोजनाओं के वास्ते धन देना बंद कर दिया है।’’ मुख्यमंत्री ने भाजपा नीत केंद्र सरकार पर जीएसटी संग्रहण में राज्य का हिस्सा रोक लेने का भी आरोप लगाया था।
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