TMC में फिर बागी हुए हुमायूं कबीर, अभिषेक बनर्जी पर साधा निशाना, बोले- 26-28 साल के बच्चे हमें न सिखाएं

Kolkata: तृणमूल कांग्रेस के बागी विधायक हुमायूं कबीर ने एक बार फिर बागी तेवर दिखाये हैं। उन्होंने युवाओं को संकेत देते हुए कहा कि 26-28 साल के बच्चे हमें न सिखाएं।
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कोलकाता, हि.स.। तृणमूल कांग्रेस के बागी विधायक हुमायूं कबीर ने एक बार फिर बागी तेवर दिखाये हैं। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और उनके भतीजे अभिषेक बनर्जी के नाम पर जारी नए और पुराने नेताओं की विवाद को एक बार फिर हवा देते हुए उन्होंने कहा है कि कोई 26-28 साल का बच्चा हम बुजुर्गों को नहीं सिखाएगा।

तुम सबसे कम बोलोगे- ममता बनर्जी

कालीघाट की बैठक में ममता बनर्जी ने उनका नाम लेकर उन्हें सचेत करते हुए कहा था कि तुम सबसे कम बोलोगे। अपने गृह क्षेत्र मुर्शिदाबाद पहुंचते ही एक बार फिर हुमायूं कबीर के तेवर बागी हो गए हैं। भरतपुर के तृणमूल विधायक हुमायूं कबीर ने सीधे तौर पर अभिषेक बनर्जी के दफ्तर के एक कर्मचारी का नाम लेते हुए शिकायत की कि वह कर्मचारी भ्रष्ट है। वह पैसे लेकर जगह-जगह ब्लॉक अध्यक्ष तय कर रहा है।

हुमायूं कबीर ने अभिषेक बनर्जी के नेतृत्व में विश्वास जताया

उसके बाद पार्टी की युवा इकाई को चेतावनी देते हुए उन्होंने कहा कि कोई भी चांग-बांग, 27-28 साल के लड़के 60-, 62-, 70 साल के नेताओं की उपेक्षा करते हुए, उनके अधिकार को चुनौती देते हुए, दुर्व्यवहार नहीं कर सकता। हालांकि इसके साथ ही हुमायूं कबीर ने अभिषेक बनर्जी के नेतृत्व में विश्वास जताया है। उन्होंने कहा कि वह अच्छे नेता हैं। सक्षम है और हमारी पार्टी के नंबर दो नेता हैं। उन्हें यह देखना चाहिए कि उनके नाम का इस्तेमाल करके कौन से लोग भ्रष्टाचार कर रहे हैं।

तृणमूल कांग्रेस में आई फूट

इस बैठक में तृणमूल कांग्रेस के विधायक और बागी नेता हुमायूं कबीर भी उपस्थित थे। उन्होंने खुद ही बाहर आकर कहा कि तृणमूल कांग्रेस राज्य की सभी 42 सीटों पर जीत दर्ज कर सकती है। हालांकि एक अन्य सूत्र ने बताया कि ममता बनर्जी के साथ बंद कमरे में बैठक के दौरान जब मुख्यमंत्री ने राज्य की सभी 42 सीटों पर चुनाव लड़ने की बात कही तो खुद हुमायूं कबीर ने इसका विरोध किया था। उन्होंने कहा था कि मुर्शिदाबाद में अधीर रंजन चौधरी एक बड़ा कारक हैं। उन्हें दरकिनार कर नहीं चला जा सकता। तब ममता बनर्जी ने उन पर नाराजगी जाहिर की थी। इसके बाद वह खामोश हो गए थे।

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