Kolkata News: ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी की संपत्ति में हुई बेतहाशा बढ़ोतरी, जांच करेगी ईडी

Kolkata: पश्चिम बंगाल के चर्चित नियुक्ति भ्रष्टाचार मामले में संदिग्ध संलिप्तों में से एक मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे तृणमूल सांसद अभिषेक बनर्जी की मुश्किलें और बढ़ने वाली हैं।
Abhishek Banerjee and Mamata Banerjee
Abhishek Banerjee and Mamata Banerjeeraftaar.in

कोलकाता, (हि.स.)। पश्चिम बंगाल के चर्चित नियुक्ति भ्रष्टाचार मामले में संदिग्ध संलिप्तों में से एक मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे तृणमूल सांसद अभिषेक बनर्जी की मुश्किलें और बढ़ने वाली हैं। पता चला है कि 2014 के बाद उनकी संपत्ति में बेतहाशा बढ़ोतरी हुई है। वह भी बिना किसी सोर्स आफ इनकम के। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने अब इसकी जांच शुरू कर दी है। गुरुवार को इस बाबत कलकत्ता हाईकोर्ट में एक रिपोर्ट भी सौंपी जाएगी।

हेरफेर के लिए लिप्स एंड बाउंड्स नाम की कॉर्पोरेट इकाई का इस्तेमाल किया गया

नियुक्ति भ्रष्टाचार के एवज में वसूली गई राशि के हेरफेर के लिए लिप्स एंड बाउंड्स नाम की कॉर्पोरेट इकाई का इस्तेमाल किया गया है। इसके निदेशकों में अभिषेक बनर्जी के अलावा उनके माता-पिता और परिवार के अन्य सदस्य शामिल हैं। ईडी के एक अधिकारी ने यह भी बताया कि उक्त कॉर्पोरेट इकाई के वर्तमान और पूर्व निदेशकों ने हाईकोर्ट के निर्देश के अनुसार अपनी संपत्तियों और परिसंपत्तियों का विवरण केंद्रीय एजेंसी को सौंप दिया है। ममता बनर्जी के भतीजे की अब मुश्किलें बढ़ती हुई नज़र आ रही है। जल्द ही भ्रष्टाचार के मामले में केंद्रीय एजेंसी सारे सबूत पेश कर देगी।

जांच के दौरान रोजाना नए सबूत सामने आ रहे

दस्तावेजों की जांच के बाद कई महत्वपूर्ण जानकारी सामने आईं। एजेंसी को उक्त कॉर्पोरेट इकाई के निदेशकों की संपत्तियों और परिसंपत्तियों के निर्माण के लिए फंड के स्रोतों के बारे में जानकारी मिली है। दस्तावेजों की जांच के माध्यम से कई महत्वपूर्ण लेनदेन का पता लगाया गया है। जांच के दौरान रोजाना नए सबूत सामने आ रहे हैं। 2014 के बाद उक्त कॉर्पोरेट इकाई के निदेशकों की संपत्तियों और परिसंपत्तियों में अचानक वृद्धि हुई है। उन्होंने बताया कि उसके बाद भर्ती में भी अनियमितता हुईं, इसलिए यह जांचा जा रहा है कि अनियमितताओं और परिसंपत्तियों में वृद्धि के बीच कोई संबंध है या नहीं।

अन्य खबरों के लिए क्लिक करें:- www.raftaar.in

Related Stories

No stories found.
Raftaar | रफ्तार
raftaar.in