कोलकाता, हि.स.। केंद्र की नरेन्द्र मोदी सरकार के खिलाफ बनी विपक्षी दलों के इंडी गठबंधन में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा। कांग्रेस के आह्वान पर आज इंडी गठबंधन की वर्चुअल बैठक में ममता बनर्जी और उद्धव ठाकरे शामिल नहीं हुए। ममता की पार्टी तृणमूल कांग्रेस गठबंधन का हिस्सा है लेकिन वर्चुअल बैठक में भी शामिल होने से उन्होंने इनकार कर दिया है। वहीं उद्धव ठाकरे की पार्टी शिवसेना (यूबीटी) ने भी बैठक में शामिल न होने से दूरियां बनाई।
TMC ने बताई वजह
तृणमूल कांग्रेस के एक शीर्ष नेता ने नाम उजागर नहीं करने की शर्त पर बताया कि कांग्रेस अपने मुताबिक गठबंधन को संचालित करने की कोशिश कर रही है, जो तृणमूल को मंजूर नहीं है। उन्होंने कहा कि सीट बंटवारे समेत अन्य मुद्दों को लेकर तत्काल फैसला करने की बार-बार बात की जा रही है लेकिन कांग्रेस को इस बात की कोई फिक्र नहीं है। वह अपनी न्याय यात्रा और तृणमूल पर हमला करने में व्यस्त है। हमने अपना रुख स्पष्ट किया, इसके डेढ़ घंटे के अंदर कांग्रेस ने वर्चुअल बैठक की घोषणा कर दी। इसमें किस मुद्दे पर चर्चा होगी, क्या बात होगी, कुछ भी तय नहीं है। इसलिए इस बैठक में शामिल होने का कोई औचित्य नहीं रह गया है।
किन मुद्दों पर हुई चर्चा?
इंडी गठबंधन की वर्चुअल बैठक में आज सीट बंटवारे और साझा रैलियों पर चर्चा हुई। सीट बंटवारा एक अहम मुद्दा है जिस पर सभी का नजरें टिकी हैं। पिछले साल भी उत्तर-प्रदेश में कांग्रेस और समाजवादी पार्टी में इसी को लेकर तनातनी चली थी। वहीं, पश्चिम बंगाल में भी ममता दीदी की तृणमूल कांग्रेस और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में गर्मागर्मी का माहौल जारी रहा था। यह अबतक इंडी गठबंधन ने स्पष्ट नहीं किया कि किसको कितनी सीटें मिली।
सूत्रों के अनुसार...
इंडी गठबंधन में आज कांगेस राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी, सोनिया गांधी, शरद पवार, एमके स्टालिन समेत 13 दलों के नेता शामिल हुए। सूत्रों के अनुसार, मल्लिकार्जुन खड़गे इंडी गठबंधन के अध्यक्ष बन सकते हैं। उनके राजनीतिक अनुभव और कद को देखते हुए, विपक्षी नेताओं में सहमति जाहिर की है।
इससे पहले यह चर्चा थी कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इंडी गठबंधन के संयोजक बनेंगे। बाद में यह स्पष्ट हुआ कि उन्होंने संयोजक की भूमिका निभाने से साफ इंकार कर दिया है।
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