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कोलकाता में महाजाति सदन के सामने बमबारी, वोटिंग के दौरान कोरोना प्रोटोकॉल की उड रही धज्जियां

कोलकाता, 29 अप्रैल (हि.स.)। पश्चिम बंगाल में गुरुवार को हो रहे आठवें चरण के चुनाव के दौरान आयोग द्वारा की गई सारी व्यवस्थाओं को धत्ता बता कर एक तरफ अपराधियों ने तांडव जारी रखा है तो दूसरी तरफ मतदाताओं ने कोविड-19 से बचाव के लिए सुरक्षा प्रोटोकॉल की धज्जियां उड़ाई है। कुल मिलाकर कहें तो अंतिम चरण के मतदान की शुरुआत हिंसक टकराव और नियमों को तार-तार करने के साथ ही हुई है। कोलकाता की ऐतिहासिक महाजाति सदन के सामने बमबारी की गई है। यह क्षेत्र जोड़ासाँको विधानसभा के अंतर्गत आता है जहां से एक हिंदी दैनिक अखबार के मालिक और तृणमूल कांग्रेस के पूर्व राज्यसभा सांसद विवेक गुप्ता को तृणमूल कांग्रेस ने टिकट दिया है। जबकि उनके खिलाफ भाजपा ने मीना देवी पुरोहित को उम्मीदवार बनाया है जो कोलकाता नगर निगम में पार्षद के तौर पर लगातार जीतती रही हैं। आरोप है कि गुरुवार सुबह 7:30 बजे के करीब महाजाती सदन के पास अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों ने बमबारी की। दावा है कि सारे लोग तृणमूल कांग्रेस से जुड़े हुए हैं और आम मतदाताओं को डराने के लिए ऐसा कर रहे हैं। सूचना मिलने के बाद सेंट्रल फोर्स की टीम मौके पर पहुंची है। इसी तरह से मुर्शिदाबाद जिले में तृणमूल कांग्रेस और कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के बीच लगातार हिंसक टकराव जारी है। यहां के हरिहरपाड़ा इलाके में कई घरों को तोड़ा गया है। तृणमूल और कांग्रेस दोनों ही पार्टियों ने एक दूसरे पर हमले के आरोप लगाए हैं। हालात को संभालने के लिए तृणमूल उम्मीदवार नियामत शेख और और संयुक्त मोर्चा समर्थित कांग्रेस के उम्मीदवार मीर आलमगीर पलाश मौके पर पहुंचे हैं। इस इलाके में मतदान के पहले से ही दोनों ही पार्टियों के कार्यकर्ताओं के बीच टकराव होता रहा है। इधर कोलकाता के मानिकतला में कोविड-19 से बचाव के लिए मौजूदा प्रोटोकॉल की धज्जियां उड़ाई गई हैं। कोलकाता नगरनिगम के अवैतनिक प्राथमिक विद्यालय में बनाए गए मतदान केंद्र के सामने सुबह से ही मतदाताओं की लंबी लाइन लग गई थी। मौके पर पुलिस और सेंट्रल फोर्स की मौजूदगी के बावजूद लोगों ने ना तो शारीरिक दूरी का पालन किया है और ना ही मास्क आदि पहने थे। यहां तक कि लाइन में आगे लगने के लिए लोग एक दूसरे को धक्का देते हुए नजर आए हैं। बीरभूम जिले के लाभपुर में सुबह-सुबह गांव में जिंदा बम बरामद किए गए हैं। भाजपा का दावा है कि रात के समय पुलिस को साथ लेकर तृणमूल के कार्यकर्ताओं ने पूरे क्षेत्र में हंगामा किया और गांव वालों को डराया धमकाया है। बेलियाघाटा में गैरकानूनी तरीके से लोगों का जमघट एकत्रित हो गया था जबकि पुलिस मूकदर्शक बनी हुई थी। बाद में भाजपा की शिकायत पर मौके पर पहुंची सेंट्रल फोर्स की क्विक रिस्पांस टीम ने लोगों को खदेड़ा। हिन्दुस्थान समाचार / ओम प्रकाश/मधुप

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