
कोलकाता, 22 मई (हि.स.)। बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बनने से चक्रवात 'यस' को लेकर बंगाल प्रशासन पूरी तरह सतर्क है। खासकर पूर्व मेदिनीपुर व दक्षिण 24 परगना जिलों में विशेष सावधानियां बरती जा रही हैं। इस क्षेत्र में चक्रवात का सबसे ज्यादा असर पड़ने की आशंका है। चक्रवात को देखते हुए रेलवे ने 74 ट्रेनों को रद्द कर दिया है। मौसम विभाग से चक्रवात का अलर्ट मिलने के बाद प्रशासन ने सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं। मछुआरों को समुद्र में न जाने सकर्त किया गया है। जो मछुआरे पहले ही मछलियां पकड़ने समुद्र में जा चुके हैं, उनसे संपर्क कर सोमवार सुबह तक लौट आने के न निर्देश दिए जा रहे हैं। इसके अलावा समुद्र के तटीय इलाकाें के पास रहने वालों को वहां से हटने के निर्देश दिए गए हैं। जानकारी मिली है कि राज्य सचिवालय नवान्न में एक कंट्रोल रूम खोला जा रहा है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पिछले साल आए चक्रवान 'अम्फन' की तरह ही 'यस' के समय भी इस कंट्रोल रूम में बैठकर तूफान वाले इलाकों पर नजर रखेंगी। इस बीच चक्रवात के मद्देनजर बंगाल में लंबी दूरी की 74 ट्रेनों को रद्द कर दिया है। इसके साथ ही तूफान के समय ट्रेनों को चेन से बांधकर रखने का भी निर्णय लिया गया है ताकि उनके पलटने से कोई बड़ी दुर्घटना न हो पाए। पूर्व रेलवे के महाप्रबंधक ने तैयारियों को लेकर वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक में तय किया गया कि कार शेड और बड़े स्टेशनों पर जितनी भी ट्रेनें खड़ी रहेंगी, उन्हें पटरी के साथ चेन से बांधकर रखा जाएगा। साइक्लोन के गुजरने के बाद रिलीफ ट्रेनें चलाने की भी व्यवस्था की जा रही है। इसके साथ ही रेलवे अस्पतालों को भी मुस्तैद रहने को कहा गया है। हिन्दुस्थान समाचार / ओम प्रकाश