सिंचाई नहर क्षतिग्रस्त होने से ग्रामीण नहीं कर पा रहे धान की रोपाई
सिंचाई नहर क्षतिग्रस्त होने से ग्रामीण नहीं कर पा रहे धान की रोपाई

सिंचाई नहर क्षतिग्रस्त होने से ग्रामीण नहीं कर पा रहे धान की रोपाई

गोपेश्वर, 01अगस्त (हि.स.)। चमोली जिले के पोखरी विकास खंड के सलना, जौरासी, कांडई गांव के ग्रामीणों की काश्तकारों की भूमि की सिंचाई के लिए बनी नहर पिछले तीन वर्ष से क्षतिग्रस्त है। जिससे ग्रामीण धान की रोपाई नहीं कर पा रहे हैं। ग्रामीणों ने इस संबंध में एक पत्र सिंचाई विभाग पोखरी के अधिशासी अभियंता को सौंपा है, जिसमें ग्रामीणों ने क्षतिग्रस्त नहर की मरम्मत कराने की मांग की है। स्थानीय ग्रामीण यतेंद्र भंडारी, नागेंद्र भंडारी, गब्बर लाल, भादू लाल, राजेंद्र सिह, रघुवीर सिह का कहना है कि लगभग पच्चास वर्ष पहले सिंचाई विभाग ने ग्रामीणों की मांग पर सलना, जौरासी, कांडई गांव के लिए सिंचाई नहर का निर्माण किया था। जिससे ग्रामीण अपने काश्तकारी कर रहे थे लेकिन पिछले तीन साल से यह बरसात के कारण कई स्थानों पर क्षतिग्रस्त हो गई है। ग्रामीण स्वयं ही श्रमदान से नहर को ठीक कर रहे थे लेकिन अब स्थिति यह है कि नगर काफी खराब स्थिति में आ गई है। जिससे ग्रामीण इस वर्ष धान की रोपई नहीं कर पाये है। ग्रामीणों का कहना है कि इस वर्ष धान की रोपाई न होने कारण ग्रामीणों ने खेतों में मंडुवा बोया हुआ है। ग्रामीणों ने अधिशासी अभियंता से इस नहर के पुनर्निर्माण की मांग की है ताकि ग्रामीण आन वाले समय में धान की खेती कर सके। हिन्दुस्थान समाचार/जगदीश-hindusthansamachar.in

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