सात वर्ष बाद  गंगोत्री धाम में क्षतिग्रस्त घाटों का  होगा पुनर्निर्माण: डीएम
सात वर्ष बाद गंगोत्री धाम में क्षतिग्रस्त घाटों का होगा पुनर्निर्माण: डीएम

सात वर्ष बाद गंगोत्री धाम में क्षतिग्रस्त घाटों का होगा पुनर्निर्माण: डीएम

उत्तरकाशी, 07 अक्टूबर (हि.स.)। गंगोत्री धाम में आपदा से क्षतिग्रस्त गंगा स्नान घाटों का निर्माण कार्य अब शुरू हो जाएगा। गंगोत्री धाम में नमामि गंगे योजना के तहत गंगा घाटों का पुनर्निर्माण किया जाएगा। प्रथम चरण में गंगोत्री मंदिर की तरफ से घाटों का निर्माण किया जाएगा, जिससे आने वाले वर्षों में गंगोत्री धाम में यात्री सुरक्षित स्नान कर सकें। इस योजना के लिए निर्माणदायी संस्था ने भी अपने प्रथम चरण के ड्राफ्ट और डिजाइन तैयार कर जिला प्रशासन को सौंप दिया है। अब आगे की कार्रवाई शुरू की जा रही है। विगत 7 वर्षों से गंगा घाटों के निर्माण की मांग की जा रही थी। वर्ष 2012-13 में जनपद में आई आपदा के दौरान गंगोत्री धाम में गंगा स्नान घाट और पूजा घाट बह गए थे। उसके बाद से गंगोत्री मंदिर समिति लगातार घाटों के निर्माण की मांग कर रही थी। इको सेंसटिव जोन की बाध्यताओं के कारण गंगोत्री धाम में स्नान और पूजा घाटों का निर्माण नहीं हो पा रहा था लेकिन इस वर्ष ईको सेंसटिव जोन का मास्टर प्लान केंद्र सरकार की तरफ से स्वीकृत होने के बाद गंगोत्री से उत्तरकाशी के 100 किमी के दायरे में विकास और निर्माण कार्यों के लिए कुछ रियायतें दी गई है। रियायतें मिलने के बाद अब गंगोत्री धाम के स्नान और पूजा घाटों का निर्माण नमामि गंगे योजना के तहत होगा। क्षतिग्रस्त घाटों का जल्द शुरू होगा । डीएम मयूर दीक्षित ने कहा कि निर्माणदायी संस्था का घाटों के निर्माण के लिए ड्राफ्ट डिजाइन तैयार किया गया था। उन सब चीजों को लेकर बैठक की गई और निर्माण संस्था को निर्देश दिए गए कि घाटों के निर्माण में गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा जाए. जिससे कि आगे आने वाले वर्षों में गंगोत्री धाम में यात्री गंगा घाटों पर सुरक्षित पूजा और स्नान कर सकें। हिन्दुस्थान समााचार// चिरंजीव सेमवाल-hindusthansamachar.in

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